कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से अधीक्षक को किया निलंबित
रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी के डीडी नगर स्थित आदिम जाति कल्याण बोर्ड के पोस्ट मैट्रिक ट्राइबल बॉयज हॉस्टल के रैगिंग मामले में रायपुर कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अधीक्षक महेंद्र कुमार बघेल पर कर्तव्य के प्रति लापरवाही, अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता बरतने पर कलेक्टर ने कार्रवाई की है।
बता दें रायपुर के डंगनिया स्थित आदिवासी बालक हॉस्टल से बुधवार देर शाम रैगिंग की खबर आई थी, जिसकी सच्चाई जानने के लिए अपर कलेक्टर पद्मिनी भोई पहुंची थी, जिन्होंने लापरवाही पाए जाने पर हॉस्टल अधीक्षक के निलंबन के लिए पत्र लिखा था। हालांकि, अपर कलेक्टर के सामने सभी छात्रों ने रैगिंग की घटना से साफ इनकार कर दिया था, वहीं चोट के निशान को खेल के दौरान लगा होना बताया था।
दरअसल बुधवार को आदिम जाति कल्याण बोर्ड के आदिवासी छात्रावास में रैगिंग करने की बात सामने आई। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सच्चाई जानने तत्काल जिला प्रशासन मौके पर पहुंची । अपर कलेक्टर पद्मिनी भोई ने वार्डन रसोईया समेत अन्य स्टाफ से पूछताछ कर उन्हें जमकर फटकार लगाई थी। साथ ही लापरवाही पाए जाने पर हॉस्टल अधीक्षक को निलंबन के लिए पत्र लिखा था।
प्रशासन किसी तरह की कोई रैगिंग नहीं होने का दावा कर रहा है। तो वही चोटिल छात्र भी बयान देने से बचते हुए नजर आ रहे है। कुल मिलाकर दोनों बयानों से ये समझा जा सकता है कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। बहरहाल दोषी छात्रों के खिलाफ दुबारा जांच के आदेश जारी कर दिया गया है।