गौरतलब है कि केवल छत्तीसगढ़ पुलिस में ही नहीं राज्य के तमाम विभागों में स्वीपर, ड्राइवर समेत अन्य कई पदों के लिए लिखित परीक्षा अनिवार्य कर दी गई है। केवल इतना ही नहीं इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता का भी निर्धारण कर दिया गया है। चौंकाने वाला तथ्य यह है कि इन पदों के लिए परास्नातक, इंजीनियरिंग ग्रेजुएट तक आवेदन कर रहे हैं।
खानसामे से पूछा अंडे को कितने डिग्री पर करेंगे रेफ्रिजरेट
छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा नाई के पदों पर नियुक्ति के लिए सवाल पूछा गया कि मानव शरीर में कितना पानी होता है? धोबी पद की लिखित परीक्षा में पूछा गया कि बिजली की लाइन में अर्थिंग होना क्यों जरुरी है तो स्वीपर पद की लिखित परीक्षा के लिए जो प्रश्नपत्र दिया गया उसमे वायरस जनित रोगों और कार्बन डाई आक्साइड का उत्सर्जन कम करने के उपायों के बारे में पूछा गया। स्वीपर की परीक्षा देने वाले कबीर नगर के राकेश विराही कहते हैं कि सबसे मुश्किल प्रश्नपत्र स्वीपर पद के लिए ही आया था, इसमें गणित के कठिन सवाल थे।
राकेश का कहना था जो ज्यादा पढ़ा-लिखा होगा वही लिखित परीक्षा पास कर पायेगा। पानी पिलाने वाले वाटर कैरियर की लिखित परीक्षा में पूछा गया कि माइक्रोवेव में किस प्रकार के बर्तन उपयोग नही किये जाते हैं तो यह भी पूछा गया कि शरीर का तापमान किसके द्वारा नियंत्रित होता है? छत्तीसगढ़ पुलिस ने खानसामे की लिखित परीक्षा में जानना चाहा है कि अंडे को कितने डिग्री सेल्सियस पर रेफ्रिजरेट करना चाहिए? खानसामे के लिए एक सवाल यह भी रहा कि मीट में पाए जाने वाले पैथोजेन को नष्ट करने के लिए क्या करना चाहिए?
परीक्षा लेने वालों को नहीं मालूम सही जवाब
चौकाने वाली बात यह है कि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा इन पदों के लिए लिखित परीक्षा में कई सवाल ऐसे पूछे गये जिनके विकल्प गड़बड़ थे। नतीजा यह हुआ कि उन सवालों को परीक्षा के बाद विलोपित करना पडा या फिर आदर्श उत्तर को गलत मानकर परीक्षार्थियों द्वारा दिए गए उत्तर को सही माना गया। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा जनरल ड्यूटी आरक्षक के साथ साथ विभिन्न पदों के लिए पिछले दिनों बम्पर वैकेंसी निकाली गई थी। इन सभी पदों के लिए परीक्षार्थियों को बाकायदे 80 नंबर की लिखित परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया गया था।
छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा चलाये गए इस भर्ती अभियान में न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि बाहर के राज्यों के भी अभ्यर्थी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा लिखित परीक्षा के बाद उत्तर सूची प्रकाशित कर आपत्तियां मांगी गई थी। जानकारी मिली है कि भारी संख्या में परीक्षार्थियों ने सवालों पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है,जिसके बाद संशोधित उत्तरों को प्रकाशित किया गया है।