बड़ा खुलासा: तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह थे 36 हजार करोड़ के नान घोटाले के मुख्य सूत्रधार
इसमें चिंतामणि चंद्राकर के अलावा भारतीय वन सेवा अवसर एवं नान के तत्कालीन एमडी कौशलेंद्र सिंह, एमडी के पीए रहे गिरीश शर्मा, शिव शंकर भट्ट के पीए रहे केके बारिक और एक अन्य का नाम शामिल है। कहा जा रहा है, सभी को सम्मन जारी कर एसआईटी दफ्तर में बुलाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस घोटाले में आरोपी बनाए गए सभी 12 लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। उनकी भूमिका की जांच करने के लिए कौशलेन्द्र सिंह, गिरीश शर्मा, चिंतामणि चंद्राकर, केके बारिक के बयान को आधार बनाया जाएगा। बताया जाता है कि 36000 करोड़ के नान घोटाले में इन सभी की भूमिका है। जांच के दौरान इसके दस्तावेज भी ईओडब्ल्यू और एसआईटी को मिल चुके हैं।
नागरिक आपूर्ति घोटाला मामले में चिंतामणि चंद्राकर EOW हिरासत में, पूछताछ जारी
खुला सीएम कोड का राज
नान घोटाले में EOW ने कार्रवाई करते हुए नान डायरी में दर्ज ‘सीएम’ वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। इस डायरी में उल्लेखित ‘सीएम’ शब्द बतौर कोड के रूप में चिंतामणि (सीएम) चंद्राकर के लिए किया जाता था। चिंतामणि की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पूछताछ के लिए गोपनीय जगह में रखा गया है, जहां उनसे लगातार पूछताछ जारी है। डायरी में अंकित “सीएम मैडम” के बारे में भी पूछताछ की जा रही है।
पत्नी ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
दूसरी ओर चिंतामणि गिरफ्तारी मामले में नया मोड़ आया है। चिंतामणि की पत्नी ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने राजनांदगांव मकान दिखाने के बहाने अज्ञात लोगों ने पति को लेकर जाने की शिकायत की है। पत्नी लता चंद्रकार ने पद्मनाभपुर चौकी में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।