राज्य जीएसटी के मुताबिक राजस्व संग्रहण में कोर सेक्टर यानि स्टील, कोयला, स्पंज, सीमेंट, पॉवर आदि सेक्टरों के साथ रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, गारमेंट्स-टेक्सटाइल्स आदि सेक्टरों की अहम भूमिका रही। बाजार के हालात और वर्तमान मांग के मुताबिक आने वाले महीनों में भी राजस्व बेहतर रहने की उम्मीद जताई गई है।
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सिर्फ छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश में 26 फीसदी इजाफा
वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक बड़े राज्यों में सिर्फ छत्तीसगढ़ और आंधप्रदेश में ही ग्रोथ सबसे ज्यादा 26 फीसदी तक पहुंचा है। बाकी अन्य छोटे राज्यों में ग्रोथ बढ़ा है, लेकिन क्षेत्रफल और जनसंख्या के लिहाज से छत्तीसगढ़ ने राजस्व संग्रहण में दूसरे राज्यों को एक बार फिर पीछे किया है।
बेहतर कलेक्शन पर औद्योगिक और कारोबारी संगठनों की रॉय
1. कोविड-19 के दौर में ऑटोमोबाइल्स सेक्टर में बेहतर कारोबार हुआ, अक्टूबर महीने में 40 हजार से ज्यादा गाडिय़ां बिकी।
2. होम लोन की ब्याज दरें कम होने से रेरा रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट में जमीनों और मकानों की खरीदी-बिक्री बढ़ी।
3. स्टील, कोयला, स्पंज आयरन, फर्नेश, फैब्रीकेशन सहित सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों में उत्पादन 90 फीसदी तक पहुंचा। स्टील उत्पादों की मांग बरकरार।
4. कोर सेक्टर के उत्पादों का छत्तीसगढ़ से विदेशी निर्यात में इजाफा।
5. अक्टूबर महीने में कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, इलेक्ट्रिकल आदि सेक्टरों में खरीदी-बिक्री बढ़ी।
जीएसटी संग्रहण पर राज्य सरकार ने ये कहा
1. किसान न्याय योजना के माध्यम से प्रदेश के 19 लाख किसानों को धान बिक्री की राशि मिलती रही है।
2. गोधन न्याय योजना के जरिए भी किसानों और पशुपालकों से गौठानों में गोबर की खरीदी कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया गया।
3. कोरोना काल में गांवों में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने मनरेगा का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से किया गया। इसके फलस्वरूप गांवों की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रही। यह पैसा बाजार में आया।
4.वनांचलों में भी इस दौरान स्व-सहायता समूहों के द्वारा वनोपज की खरीदी जारी रही।
5. कोरोना संकट के दौरान रियल इस्टेट सेक्टर को सक्रिय बनाए रखने के लिए जमीनों की खरीदी-बिक्री की शासकीय गाइडलाइन दरों में 30 प्रतिशत की छूट दी गई। ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी बेहतर कारोबार हुआ।
6. लॉक-डाउन के दौरान भी प्रदेश की कोयला खदानों और इस्पात उद्योगों में उत्पादन जारी रहा।