अभी मौसम बुधवार तक ऐसा ही बना रहेगा। बादल छंटने के बाद हवा की नमी कम होगी जिससे रात का पारा गिरेगा। जबकि अधिकतम तापमान में थोड़ी वृद्धि होने की संभावना है। 30 नवंबर से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। इससे 5 दिसंबर के बाद तेजी से ठंड बढ़ने का अनुमान है। इसके असर से एक – दो दिन तक बारिश हो सकती है। दिसंबर में भी उतार चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
केंद्र अधिकतम न्यूनतम जगदलपुर 31.8 17.7
रायपुर 26.5 17.6
राजनांदगांव 24.0 16.4
अंबिकापुर 23.9 12.4
दुर्ग 23.6 15.4
बिलासपुर 23.4 17.8
पेंड्रारोड 19.6 15.6
तापमान डिग्री सेल्सियस में 2017 में था ऐसा ही मौसम बंगाल की खाड़ी से चक्रवात आने से 2017 में अधिकतम 16 तक पहुंच गया था। तीन दिन तक लगातार बारिश हुई थी। आज से बादल कम होना शुरू हो जाएंगे। जिससे रातें भी ठंडी होंगी। गुरुवार को फिर पश्चिम विक्षोभ आने से नमी बढ़ेगी। शुक्रवार से फिर न्यूनतम तापमान बढ़ेगा। अभी चार दिनों तक तापमान में हल्का उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
बदली से प्री-मेच्योर तैयार हो रहे टमाटर, कीमत घटी बेमौसम बदली और बारिश ने टमाटर उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल बदली और बारिश से उमस भरे मौसम के कारण टमाटर के प्री-मेच्योर ही तैयार होने की स्थिति बन रही है। इससे पैदावार बढ़ने और ज्यादा आवक से लोकल बाजार में कीमत भी गिरनी शुरू हो गई है। स्थिति यह है कि मौसम में बदलाव के पहले तक खुले बाजार में टमाटर 30 से 35 रु. किलो तक बिक रहा था। यह अब 20 से 22 रु. किलो में उतर गया है। किसान रविप्रकाश ताम्रकार का कहना है कि सप्ताहभर मौसम ऐसा ही रहा तो किसानों को बड़ा नुकसान होगा। दुर्ग जिले में करीब 25 हजार एकड़ में टमाटर की खेती होती है।