जानकारी के मुताबिक,
रायपुर नगर निगम के समस्त अधिकारी और कर्मचारी रैली निकालकर अपने एकजुट समर्थन का प्रदर्शन कर रहे हैं। हड़ताल के कारण राजधानी के सभी जोन और निगम कार्यालयों में ताले लगे हुए हैं। करीब 1500 नियमित कर्मचारी और 4500 प्लेसमेंट कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे हैं।
प्रदर्शन के चलते सेवाओं पर पड़ेगा असर
इस हड़ताल से
प्रदेशभर के नगरी निकायों में बिजली, पानी, और सफाई जैसी मूलभूत सेवाओं पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है। सरकारी कार्यालयों में भी इसका असर देखा जा सकता है, क्योंकि बड़ी संख्या में कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में काम बंद कर धरना प्रदर्शन में शामिल होंगे।
CG Strike News: इन 6 मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर रहे
- – हर महीने की 1 तारीख को वेतन भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से किया जाए।
– नगरीय निकायों में अन्य विभाग की भांति ओल्ड पेंशन योजना जल्द ही लागू किया जाए।
– मृतक कर्मचारी के परिवारों को जल्द की रिक्त पद पर अनुकंपा नियुक्ति प्रदान दी जाए।
– कार्यरत नियमित कर्मचारियों को समय-सीमा में पदोन्नति की कार्रवाई की जाए।
– नगरीय निकायों में ठेका पद्धति समाप्त कर प्लेसमेंट कर्मचारियों को नगरीय निकाय के माध्यम से वेतन भुगतान किया जाए। 10 साल की सेवा पूरा करने वाले निकाय के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमितिकरण किया जाए।
– कर्मचारियों को 6वें-7 वें वेतनमान की एरियर्स की राशि का भुगतान किया जाए।
सभा को संबोधित करने वाले प्रमुख पदाधिकारी
नगर निगम रायपुर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रमोद जाधव, महिला प्रमुख मोनिका यादव, उपाध्यक्ष स्वाति साहू, मोहित कुमार, श्याम सोनी, महामंत्री आशुतोष सिंह, राधेश्याम, महासचिव अंशुल शर्मा जूनियर, सैय्यद जोहेब, सचिव नितिश झा, योगेश कडू, सह सचिव रीना पाटले, भारतेष नेताम, कोषाध्यक्ष मोहित जयसवाल, मीडिया प्रभारी पीयूष अग्रवाल और राकेश दुबे, संगठन मंत्री संतोष वर्मा, आशीष शर्मा, कुलदीप नायक, मनीष भोई और वल्लभ शर्मा, तथा महिला पदाधिकारी रूचिका मिश्रा, नलिनी साहू, वंदना जाधव, उषा बघेल।
पूनम भूटानी, विनिता जयसवाल, शीला शर्मा, प्रिया तिवारी, उषा सिंदूर, मनीषा और नफीसा ने एकजुट होकर सभा को संबोधित किया। साथ ही जोन प्रभारी इस्माइल खान, राजेश श्रीवास्तव, मोहिब खान, जितेंद्र नियाल, आनंद ताम्रकार, पुरुषोत्तम यादव, बमशंकर गुप्ता, रामकुमार, मनीष भरतवानी, महादेव रक्सेल ,विजय शर्मा एवं अमरनाथ साहू भी उपस्थित रहे।
वक्ताओं ने कहा कि हमारी मांगें पूरी तरह न्यायसंगत हैं। शासन से हमारा विनम्र अनुरोध है कि कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाए ताकि प्रदेश की नगरीय व्यवस्थाएं फिर से सुचारू रूप से संचालित हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि “निकाय कर्मचारी सदैव जनता के हित में कार्यरत रहते हैं। हम शासन से आशा करते हैं कि हमारी आवाज सुनी जाएगी और उचित कदम उठाते हुए समाधान प्रदान किया जाएगा। – अधिकारि कर्मचारी एकता संघ