पांच दुकानों में आठ हजार कर्मचारी
पंडरी टेक्सटाइल्स बाजार की दुकानों में सात से आठ हजार कर्मचारी है। बाजार के अंदर दो मुख्य वाहन पार्किग है, जिसमें एक हजार से भी कम वाहन पार्क होने से लोग अपनेे दुकान के सामने वाहन खड़े कर देते हैं। महालक्ष्मी कपड़ा मार्केट के पास भी निगम ने वाहन पार्किंग स्थल है। छोटे होने व दूर होने के कारण चार पहिया वाहन सवार सड़क पर ही वाहन पार्क कर देते हैं, जिसके कारण अक्सर जाम रहता है।
नगर निगम को लिखा पत्र
पंडरी थोक कपड़ा बाजार अध्यक्ष पृथ्वीपाल सिंह छाबड़ा ने बताया कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान हो सकता है। इसके लिए सिटी सेंटर मॉल से लगे हाट बाजार में स्थायी बाजार नहीं लगता। इसे त्योहारी सीजन व शादी विवाह के समय पार्किंग के लिए खोल दिया जाए तो बाजार में गाडिय़ां का प्रवेश कम हो सकेगा। यहां पर यातायात पुलिस का होना आवश्यक है।
निगम ले रहा पार्किंग शुल्क
बाहर से आने वाहनों के लिए बिना हमारे साथ बैठक किए लोगों से पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है, जबकि शहर के दो मल्टी लेवल पार्किंग को शासन द्वारा नि:शुल्क किया है। बाहर से आने वालों से शुल्क तो लेता ही है, इसके अलावा हमारे कर्मचारियों से भी पार्किंग का पैसा लेता है।
सड़क तक सामान से जाम
मालवीय रोड पर थाने के बाजू से, चिकनी मंदिर, रवि भवन के पीछे से गोलबाजार में एंट्री व मालवीय रोड से एवरग्रीन चौक तक जाम लगने का सबसे प्रमुख कारण दुकानदारों की सड़क पर पसरा सामान है। बैजनाथपारा में दुकानें लगाने कोई नियम नहीं है। सड़क पर ही दुकानदार सामान सजा देते हैं। सड़क पर ही फल, सब्जी की दुकानें लग जाती हैं और ठेले खड़े हो जाते हैं, जिसके चलते पैदल चलने वालों के लिए भी सड़क पर जगह नहीं बचती।
त्योहारी सीजन को लेकर शहर के प्रमुख बाजारों पर यातायात पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। नो पार्किंग में खड़ी गाडि़यों पर कार्रवाई की जाती है। सड़क तक सामान रखने वालों पर निगम अधिकारियों से बातचीत की गई है। जल्द ही कार्रवाई होगी।
गुरजीत सिंह, डीएसपी, यातायात