CG Cyber Fraud: पुलिस मुख्यालय ने इसके चलते अपनी वेबसाइट में कई परिवर्तन किए हैं। इससे साइबर ठगों को आसानी से एक्सेस नहीं मिलेगा। उल्लेखनीय है कि साइबर ठग कई लोगों को एफआईआर दर्ज होने के नाम पर धमकी देकर ब्लैकमेल कर चुके हैं। लगातार शिकायत आने के बाद पुलिस को यह कदम उठाना पड़ा है।
CG Cyber Fraud: ऐसे देते थे झांसा
थानों में दर्ज होने वाली एफआईआर के आधार पर पीड़ित या आरोपियों को कॉल किया जाता था। पुलिस वाला बनकर उन्हें फोन करते थे और सेटलमेंट कराने का आश्वासन देते थे। इसके बाद उनसे मोटी रकम वसूल लेते थे। रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।
इसके चलते पुलिस विभाग ने अपनी
वेबसाइट में कई परिवर्तन किए हैं। अब आईडी बनाने के बाद सिटीजन की कई सुविधाओं का लाभ लिया जा सकेगा। आईडी बनाने के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां देनी होगी।
दूसरे राज्यों में प्रावधान
दूसरे राज्यों की पुलिस वेबसाइट में भी सिटीजन सुविधाओं का लाभ लेने के लिए मोबाइल में ओटीपी या आईडी क्रिएट करने कहा जाता है। पहले छत्तीसगढ़ में ऐसा नहीं था। इस कारण कई
साइबर ठग यहां से डेटा लेकर लोगों को ठग चुके हैं।
हर साल बढ़ रही ठगी
ऑनलाइन ठगी साल दर साल लगातार बढ़ती जा रही है। ऑनलाइन ठगी करने आरोपी कई तरीके अपनाते हैं। वर्तमान में शेयर ट्रेडिंग, ऑनलाइन जॉब, यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब आदि का ट्रेंड ज्यादा चल रहा है। प्रदेश में अब तक 17 हजार से ज्यादा साइबर क्राइम की शिकायतें आ चुकी हैं।