पुलिस के मुताबिक, चौबे कॉलोनी निवासी आशीष टिकरिहा के मोबाइल पर अनजान व्यक्ति ने एक इंटरनेट लिंक भेजा था। आशीष ने उस लिंक को क्लिक करके ओपन किया। इसमें उसने अपने बारे में कुछ जानकारियां डाली। इसके कुछ देर बार उनके (raipur cyber crime) एसबीआई बैंक खाते से 62 हजार रुपए और बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से 13 हजार 385 रुपए सहित कुल 75 हजार 385 रुपए का आहरण हो गया। घटना 9 जनवरी 2023 की है। इसकी शिकायत उन्होंने आजाद चौक थाने में की, लेकिन पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज नहीं किया।
चार माह बाद केस दर्ज आशीष की शिकायत पर आजाद चौक पुलिस ने 27 मई 2023 को अपराध दर्ज किया है, जबकि घटना जनवरी की है। इस संबंध में पुलिस का दावा है कि शिकायत की जांच चल रही थी। जांच के दौरान ठगी होने के तथ्य मिलने के बाद अपराध दर्ज किया गया है।
यहां चूक: बैंक खातों में एक मोबाइल नंबर देना पड़ रहा भारी साइबर ठगी के ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। दरअसल कई लोग एक मोबाइल नंबर को अपने अलग-अलग बैंक खातों में रजिस्टर्ड करवा देते हैं। इस (cg crime news) कारण जब उनका मोबाइल नंबर हैक होता है, तो साइबर ठग को उसे जुड़े सभी बैंक खातों की जानकारी मिल जाती है। इसके बाद सभी खातों से राशि का आहरण कर लेते हैं।
जागरुकता जरूरी एक मोबाइल नंबर को कई बैंक खातों से रजिस्टर्ड करवा सकते हैं, लेकिन इसकी जानकारी किसी को नहीं होनी चाहिए। साइबर ठगी के मामले में यही हो रहा है। साइबर ठग अक्सर इंटरनेट लिंक भेजकर मोबाइल को हैक कर लेते हैं। इसके बाद उस मोबाइल (cg cyber crime) नंबर से कितने बैंक खाते जुड़े हैं? इसका पता लगा लेते हैं। इसके बाद रकम निकाल लेते हैं। ऐसी ठगी से बचने के लिए सावधान और जागरूक रहना बहुत जरूरी है।
-गौरव तिवारी, टीआई, एसीसीयू (साइबर विंग)