पं. दीनदयाल उपाध्याय हेल्थ साइंस एंड आयुष विवि ने बीएससी नर्सिंग का रिजल्ट जारी कर दिया है। अप्रैल में मुख्य परीक्षा होने के बाद जुलाई में रिजल्ट निकला था। इसके बाद 300 से ज्यादा छात्राओं ने पैनल मूल्यांकन व रीवैल के लिए फार्म भरा था। कई छात्राएं मेंटल हेल्थ, मेडिकल सर्जिकल, चाइल्ड हेल्थ तथा नर्सिंग रिसर्च एंड स्टेटिक्स विषय में पास हुई हैं और नंबर भी बढ़े हैं। बीएससी में पैनल मूल्यांकन का नया सिस्टम शुरू किया गया है।
इसमें एक उत्तर पुस्तिका को तीन से चार परीक्षक मिलकर दोबारा चेक करते हैं। विवि का दावा है कि ऐसा करने से छात्राओं को भी रिजल्ट में संदेह का कोई कारण नहीं रह जाता। पैनल व रीवैल के लिए अलग-अलगक्राइटेरिया बनाया गया है। इस क्राइटेरिया को पूरा करने वाले छात्र ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रदेश के 115 नर्सिंग कॉलेजों में बीएससी का कोर्स चल रहा है, जिसमें 8 सरकारी कॉलेज है। इसमें 7026 सीटें हैं। एटीकेटी से पास छात्राएं अगली कक्षाओं में पढ़ेंगे।
इसके लिए संबंधित कॉलेजों को सूचना भेजी जा रही है। दूसरी ओर पिछले साल से बीएससी फर्स्ट ईयर में सेमेस्टर सिस्टम शुरू हुआ है। पिछले साल 41 व इस साल रिजल्ट 52 फीसदी आया है। सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद नर्सिंग का रिजल्ट गिरा है। पहले औसतन 60 फीसदी या इससे ज्यादा रिजल्ट आता रहा है। अब हर छह माह में परीक्षा होने से रिजल्ट प्रभावित हुआ है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि सेमेस्टर प्रणाली में रिजल्ट अच्छा आना चाहिए।