पिछले तीन दिनों से चल रही जांच के दौरान 18 लॉकर्स में 12 लॉकर्स को खोला गया। इसमें मिली ज्वेलरी का हिसाब नहीं देने पर जब्त किया गया है। (CG Raipur News) वहीं 6 लॉकर्स को सील कर दिया गया है। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तलाशी में मिल रहे दस्तावेजों का परीक्षण के साथ ही उसके संबंध में पूछताछ की जा रही है। सभी संचालकगण, मैनेजर और सीए का बयान लिया जा रहा है। (Raipur News Update) बता दें कि आयकर विभाग छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश की 150 सदस्यीय टीम स्टील एवं पावर कंपनी ग्रुप के रायपुर, रायगढ़ व कोलकाता स्थित 22 ठिकानों पर 7 जून को छापा मारा था। हिसाब नहीं देने पर 1 करोड़ की ज्वेलरी, 1 करोड़ नकदी जब्त किया गया।
लेनदेन का हिसाब लैपटाप और कम्प्यूटर का डेटा लेने बैकअप को स्टोर किया जा रहा है। वहीं फैक्ट्री में मिले स्टाक और फर्म की बुक्स में मिली इंट्री का मिलान किया जा रहा है। इसके वास्तविकता की जांच करने फर्म से जुड़े लोगों से पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है।
कारोबारियों द्वारा गोपनीय खाता खोलने से संबंधित दस्तावेज मिले है। इसमें से अधिकांश का उपयोग कारोबारियों द्वरा अपनी आय को छिपाने के लिए किया जाता था। (Raipur News Today) फर्म से होने वाली आय को छिपाने के लिए वेलफेयर सोसाइटी के नाम पर इसे बैंकों में खोला गया था।
वहीं खर्च और नुकसान की इंट्री वाले बैंक खाते अलग रखे गए थे। (CG News Update) टैक्स की हेराफेरी करने और छूट का लाभ लेने के लिए वेलफेयर सोसाइटी में गुप्त दान बताकर इसे विभिन्न तरीकों से अपने और करीबी लोगों के खातों में हस्तांतरित किया जाता था।