दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम, नया बस स्टैंड समेत गुढ़यारी का नवनिर्माण इस बात के सबूत हैं. लेकिन 2018 में सरकार बदलते ही स्काई वाक पर नई सरकार की नजरें टेढ़ी हो गईं. कई ने तो सरकार बनते ही स्काईवाक को तुरंत गिरा देने का दावा तक कर डाला था. लेकिन सरकार बनते ही इसे लेकर एक कमेटी बना दी गई.
आपकी कमेटियों ने भी स्काई वाक को सही बताया, आपकी सोच ही विकास की नहीं: मूणत
अब उधर स्काई वाक को लेकर कंग्रेसियों और स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रवक्ता राजेश मूणत ने पलटवार किया है. राजेश मूणत ने कहा है कि सर्वे के आधार पर स्काई वाक सही बना है. उनहोंने कांग्रेस पार्टी और सरकार से सवाल करते हुए कहा कि, आपने तीन कमेटी बनाई है. उन्होंने कहा है सर्वे के आधार पर सही बना है. जनता की सहूलियत के लिए स्काई वाक का निर्माण शुरू हुआ था. मूणत ने कहा है कि, आपकी सोच ही विकास की नहीं है. आपने एक भी निर्माण के कार्य पिछले चार साल में नहीं किया है. बल्कि मूणत ने यहां तक कह डाला कि पाटन क्षेत्र में भी जो सड़कें हैं वह एडीबी के तहत स्वीकृत किए गए हैं. उसे भी आप पूरा नहीं कर पाए.
आधे-अधूरे सकाईवाक को देखकर पूछा कि ये क्या है ? तो मुझे बताया गया कि इस स्काई वाक को भाजपा सरकार ने शुरू किया था लेकिन कांग्रेस सरकार ने रोक दिया. उन्होंने इस पर कहा कि, जिस तरह से यहां कांग्रेस की सरकार काम कर रही हैउससे यह साप है कि यह सरकार विकास विरोधी है. उन्होंने ऐसी विकास विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान कार्यकर्ताओं से किया.