कारोबारियों का कहना है कि पिछले 20 दिनों से लगातार ग्राहकों की भीड़ रही है। वे बुकिंग कराने के साथ ही दीवाली के दौरान भीड़ से बचने के लिए अभी से वाहन लेकर जा रहे है। बता दें कि पिछले साल दीवाली के दौरान (22 अक्टूबर 2022) धनतेरस और उसके दूसरे दिन 3500 वाहनों की बिक्री हुई थी। वहीं परिवहन विभाग को करीब 5 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था। अवकाश के बाद भी सभी जिलों के आरटीओ कार्यालय को खोला गया था। जहां तत्काल वाहनों का पंजीकर कर नंबर जारी किए गए थे।
दोपहिया और कार की डिमांड ऑटोमोबाइल्स कारोबारियों ने बताया कि इस बार भी दोपहिया के साथ ही कार की मांग सर्वाधिक है। वहीं ईवी की डिमांड भी इस बार बढ़ी है। दीवाली के लिए अगि्रम बुकिंग कराने पर पहले ही वाहनों कंपनियों को इसके आर्डर दिए गए थे। इनकी डिलीवरी होने के बाद शोरूम और सर्विसिंग सेंटर में तैयार रखा गया है। ताकि खरीदारों को तत्काल दिया जा सकें।
आकर्षक स्कीम भी दीवाली को देखते हुए सभी वाहनों में आकर्षक स्कीम चलाई जा रही है। खरीदारों को कैश बैक ऑफर, स्क्रैच कॉर्ड गिफ्ट के साथ ही तत्काल स्टाॅलमेंट पर वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बता दें कि इस बार दोपहिया वाहन से लेकर तीन पहिया, घरेलू चार पहिया और मालवाहकों की कीमत 3000 से 70000 तक का इजाफा हुआ है। इसके बाद भी ऑटोमोबाइल्स सेक्टर में बूम की स्थिति देखने को मिल रही है।
ग्राहकों का अच्छा रिस्पांस ऑटोमोबाइल्स सेक्टर में इस बार ग्राहकों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। इसे देखते हुए उम्मीद है कि इस बार कारोबार 200 करोड़ रुपए से ज्यादा को होगा। विवेक गर्ग, राडा अध्यक्ष