पुलिस के मुताबिक कोंडागांव के फरसगांव निवासी अंकुर समददार ने करीब दो माह पहले स्थानीय पंजाब नेशनल बैंक में लोन लेने के लिए गया, तो वह हैरान हो गया। बैंक अधिकारियों को उसका सिविल खराब मिला। दरअसल अंकुर के पैनकार्ड में (FRAUD NEWS) काटछांट कर रायपुर में किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके नाम से कार लोन ले लिया था। कार लोन का 6 लाख 36 हजार रुपए नहीं चुकाया था। अंकुर को इसकी जानकारी नहीं थी। मामले की उसने फरसगांव थाने में शिकायत की। जांच के बाद मामला मौदहापारा पुलिस को सौंपा गया।
ऐसे किया फर्जीवाड़ा कार लोन जयस्तंभ चौक ब्रांच से वर्ष 2017 में कराया गया है। इसके लिए अंकुर के पैनकार्ड का इस्तेमाल हुआ है, लेकिन उसमें उसके पिता का नाम बदल दिया गया है। फोटो और एड्रेस भी बदल दिया गया है। अंकुर के स्थान में किसी दूसरे का फोटो है और पता (raipur news) बोरियाखुर्द बताया गया है। इस आधार पर उसके नाम से आई-10 कार फायनेंस करवा लिया गया।
शक इन पर अंकुर करीब चार साल पहले रायपुर में एक टेलीकॉम कंपनी में काम करता था। उस दौरान बैंक खाता खुलवाने के लिए कंपनी में अपना पैनकार्ड, आधार व अन्य दस्तावेज दिए थे। आशंका है कि उन्हीं दस्तावेजों का इस्तेमाल करके किसी ने फर्जीवाड़ा किया है। पुलिस को लोन से ली कार बिलासपुर में मिली है। पुलिस कार खरीदने वाले से पूछताछ कर रही है।
टॉपिक एक्सपर्ट पैनकार्ड, आधारकार्ड काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। इसका सावधानी से उपयोग करना चाहिए। किसी भी अनजान व्यक्ति को इसे नहीं (cg news) देना चाहिए। बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही इसका इस्तेमाल करें। वर्तमान में इन दस्तावेजों में कूटरचना करके दुरुपयोग करने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
-महेश कुमार ध्रुव, टीआई, मौदहापारा, रायपुर