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शाम करीब 6:30 बजे जोगी को अम्बेडकर अस्पताल में तीन सदस्यीय डॉक्टरों की निगरानी में ट्रॉमा सेंटर में रखा गया है। इधर, हाईकोर्ट ने बुधवार को अमित जोगी की मेडिकल ग्राउंड पर अंतरमि जमानत याचिका खारिज कर दी। वहीं कोर्ट ने अंतिम सुनवाई के लिए मामले को रख लिया है।
हालांकि अभी तक सुनवाई की तिथि फाइनल नहीं हो सकी है। रायपुर पहुंचने के बाद अमित ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने दवाइयों का ओवरडोज दे दिया था। इससे उनके मस्तिष्क में खून जम गया है। स्थिति को देखते हुए मेदांता में स्थानांतरित करने की तैयारी चल रही थी, लेकिन, अचानक उन्हें रायपुर भेजा गया है।
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कुछ भी हुआ तो प्रदेश सरकार होगी जिम्मेदार
अमित जोगी की पत्नी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की अमित को एक बार मेरे सामने अटैक आ चुका है। ब्रेन में कैल्शिफिकेशन भी है जिसकी जांच की मांग हमनें की थी की ये दिल्ली में हो सकता है। वहां ले जाने के बजाए यहां लाया गया। उन्होंने कहा कि, ‘ये सब दबाव में किया जा रहा है अगर उनको कुछ होता है तो प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी होगी, जो भी हो रहा है अच्छा नहीं हो रहा’ ।