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पत्रिका ने जब विभागीय सचिव को इस संबंध में जानकारी दी थी तो यह प्रकरण उनके लिए चौंकाने वाला था। पटवारी के निवास में अप्रैल 2016 में पटवारी पर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने कार्रवाई कर आय से अधिक संपत्ति और करोड़ों के भूखंडों के दस्तावेज जब्त किए थे, उस पटवारी की फिर से उसी हल्के में पदस्थ कर दिया गया। पटवारी मिथिलेश पांडेय पर एसीबी की कार्रवाई और पूर्व में हुई शिकायतों के बाद भी उसे रायपुर खास से हटाया तक नहीं गया। एसीबी के छापे के बाद पटवारी को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद फिर उसी हल्के में पोस्टिंग करना चौंकाने वाला है।परिजनों ने खुदकुशी बताकर युवक का कर दिया अंतिम संस्कार, PM रिपोर्ट में हुआ हत्या का खुलासा
विभागीय जांच भी बंदरायपुर के कुछ बड़े तथा विवादित सीमांकन और नामांतरण के मामले में पांडेय के खिलाफ शिकायतें थी। लेकिन विभाग ने पटवारी के खिलाफ जांच बंद कर दी है। लगातार शिकायतों की वजह से करीब चार साल पहले पटवारी को रायपुर से बाहर भेज दिया गया था। वह आरंग में पदस्थ था, लेकिन दो-तीन महीने में उसकी पोस्टिंग वापस रायपुर हो गई। यहां उसे आमासिवनी का चार्ज मिला था, लेकिन कुछ दिन बाद उसकी पोस्टिंग रायपुर खास जैसे महत्वपूर्ण पटवारी हल्के में कर दी गई।
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वर्जनआपके द्वारा मिली जानकारी के बाद पटवारी की पोस्टिंग की फाइल मंगाई गई है। मामले की जांच करवाई जाएगी।
– एनके खाखा, सचिव, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग