आशीष ने उसे रेलवे ग्रुप डी में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद उससे रेलवे के ग्रुप डी का भर्ती फॉर्म भरवाया। इसके बाद नौकरी लगवाने के एवज में अलग-अलग किस्तों में 7 लाख रुपए ले लिया। इसके बाद अपने साथी मनोज शर्मा के साथ प्रमोद का मेडिकल (Thagi News) बिलासपुर के रेलवे हॉस्पिटल कराया। इसके बाद डीआरएम ऑफिस में रमजान खान से मिलवाया। उसने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया।
इसके बाद खोड्री रेलवे फाटक में प्रमोद और उसके अन्य साथियों की तीन माह ट्रेनिंग भी करवा दिया। तीन माह तक पेमेंट नहीं मिलने पर प्रमोद और उसके (CG Fraud News) साथियों को शक हुआ। इसके बाद पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने आशीष के अलावा, इमरान कादरी उर्फ भैरव, मनोज शर्मा, एजाजुद्दीन खान ऊर्फ इज्जु और रमजान के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
आरोपियों ने रेलवे का बड़ा अधिकारी, पुलिस वाला आदि बताकर पीड़ितों को झांसा दिया। नौकरी के नाम पर प्रमोद से 7 लाख और उसके अन्य साथियों से कुल 91 लाख रुपए लेकर धोखाधड़ी किया। पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी फरार है।