इस आयोजन में दो वर्षों 2019-20, 2020-21 के पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को सम्मानित किया गया। वहीं राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता 411 खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई। साथ ही खेलो इंडिया वर्ष 2022 में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को भी नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। कई पैरा खिलाड़ियों का भी सम्मान किया गया। पदक विजेताओं, प्रशिक्षक और खेल विभूतियों के बीच कुल 1 करोड़ 41 लाख 93 हजार रुपए नकद राशि बांटी गई। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, खेलमंत्री टंकराम वर्मा समेत सभी कैबिनेट मंत्री और खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
खिलाड़ियों और खेल को संभव मदद दी जाएगी
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समारोह में उपस्थित प्रदेशभर के खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि हमारी सरकार हमने ही बनाया है हम ही संवारेंगे को ध्यान में रखकर काम कर रही है। अब खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। खेलो को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव मदद की जाएगी। कई जिलों मिनी स्टेडियम बनाए जा रहे है।
युवाओं की कद्र नहीं की इसीलिए उन्होंने सरकार बदल दी अलंकरण समारोह की अध्यक्षता कर रहे विधानसभा अध्यक्ष में पिछली कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने पांच खेल अलंकरण समारोह का आयोजन न करके हमारे प्रदेश को गौरान्वित करने वाले खिलाड़ियों औऱ युवाओ के साथ अन्याय किया है। इसीलिए युवाओं में सरकार ही बदल दी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को खेल के लिए आकर्षित करने के लिए खेल अलंकरण और प्रोत्साहन राशि देना शुरू किया था। जो कांग्रेस सरकार में बंद कर दी गई। अब दोबारा बीजेपी सरकार बनने के बाद यह समारोह होता रहेगा। उन्होंने बताया कि उनके पैर में तकलीफ है और एवं पिछले 55 दिनों से घर से बाहर नहीं निकले है। लेकिन खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में आने से नहीं रोक पाया। आपके बीच आकर मैं खुद को युवा महसूस कर रहा हूं। अब पैर भी जल्दी ठीक हो जाएगा।
जल्द ही उत्कृष्ट खिलाड़ी की होगी घोषणा खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि आज हम पदक विजेताओं को सम्मानित कर रहे हैं। लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से उत्कृष्ट खिलाड़ी की घोषणा नहीं कर पा रहे। जल्द ही ये घोषणा भी की जाएगी, जिससे खिलाड़ियों को नौकरी मिलने का रास्ता खुल सके। हमारी सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए तेजी से प्रयास रत है। अगले वित्तीय वर्ष से पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की जाएगी। साथ ही अब प्रतिवर्ष खेल अलंकरण समारोह का आयोजन किया जाएगा।