रायगढ़ रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडर द्वारा फेरी का मामला एक बार फिर गरमा गया है। बढ़ते विवाद के बीच रेलवे ने एक आदेश जारी किया है। जिसमें इस बात का उल्लेख्सा किया गया है कि रायगढ़ प्लेटफार्म पर निरीक्षण के दौरान सवारी टे्रेनों के आते ही फेरी करते हुए पाया गया है। जिनके पास फेरी करने को लेकर अनुमति पत्र है। वो अपने प्रमाण पत्र के साथ सीएसएम कार्यालय व सीआई कार्यालय में जमा करें।
अगर नहीं है तो ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं रायगढ़ रेलवे स्टेशन पर मौजूद सभी स्टॉल व कैंटीन संचालक, अपने कर्मचारी का एक परिचय पत्र की छायाप्रति विभाग में जमा करे। जिससे उनकी पहचान की जा सके और अवैध वेंडरों पर कार्रवाई की जा सके। हलांकि रेलवे की आरे से जारी किए गए पत्र का स्टॉल संचालकों पर कितना असर पड़ता है। यह कहना मुश्किल है।
Read more : डेंगू से बचाव के लिए घर-घर दस्तक देने लगी निगम की टीम,सहमे हुए हैं अफसर जानकरों की मानेंं तो इससे पहले भी रेलवे द्वारा फेरी बंद करने को लेकर विभागीय पत्र जारी किए जा चुके हैं। पर कुछ दिनों तक फेरी बंद कर फिर उसे चालू कर दिया गया। इधर रेल अधिकारी भी पत्राचार कर चैन की नींद सो गए। जिसकी वजह से रायगढ़ रेलवे स्टेशन पर फेरी प्रथा व उससे होने वाले विवाद के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
आई कार्ड के साथ यूनिफार्म में रहे वेंडर
रायगढ़ रेल प्रशासन द्वारा फेरी बंद करने के साथ ही यह भी आदेश दिया गया है कि सभ्सी वेंडर, वर्दी व परिचय पत्र के साथ काम करें। बगैर ऐसा करते हुए पाए जाने पर उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी। कई बार यह देखा गया है कि फेरी के इस अवैध खेल में वेंडर इस तरह बेफि क्र होकर काम करते हैंं। जैसे उन्हें इस गलत कार्य के लिए मान्यता मिल गई हो।