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बजरमुडा में जहां मुआवजे को लेकर हुए भ्रष्टाचार की शिकायत दुर्गेश शर्मा ने की थी। शिकायत जांच करने अवर सचिव राजस्व ने तीन सदस्यीय टीम गठित की। टीम के अध्यक्ष भू अभिलेख के आयुक्त रमेश शर्मा, उपयुक्त नेहा भेडिय़ा, और राजस्व विभाग की संयुक्त सचिव हिना अनिमेष नेताम के अलावा रायपुर से 8 आरआई की टीम जांच के लिए बजरमुडा पहुंची। टीम ने अलग-अलग दलों में जांच शुरू की। देर शाम तक मामले की जांच चलती रही।
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क्या था शिकायत में बजरमुड़ा में मुआवजा हासिल करने के लिए बड़ी साजिश की गई। अश्विन पिता लक्ष्मीप्रसाद, भोगकुंवर, हर्षित पिता लक्ष्मीप्रसाद, योगेश पिता लक्ष्मीप्रसाद, लक्ष्मीबाई, खीरमति आदि को जमीन, पेड़, नलकूप, कुआं, पचरी, मकान, टीन शेड, कॉम्पलेक्स आदि के नाम पर 55 करोड़ का मुआवजा मिला। इनकी एक फसली भूमि को गलत तरीके से दो फसली बताया गया। दो फसली भूमि में वृक्षों की गणना भी गलत तरीके से की गई है। ग्राम पंचायत में कॉम्पलेक्स का कोई औचित्य ही नहीं था। गलत मूल्यांकन कर 55 करोड़ का मुआवजा बनाया गया।