रेलवे के सीनियर डीएससी भवानी शंकर नाथ ने बताया कि फिलहाल इसे ट्रायल के रूप में लाया जा रहा है। इसके लिए बिलासपुर जोन सहित रायपुर व नागपुर में पांच-पांच कैमरे दिए गए हैं। इन्हें ड्यूटी पर जाने वाले जवानों को लगाया जा रहा है। सही रिजल्ट मिलने के बाद इनकी संख्या बढ़ा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ड्यूटी के दौरान जवान कैमरा बंद नहीं कर सकता है, ऐसा करने पर उसे जवाब भी देना पड़ेगा। ट्रेन की बोगी में गश्त के दौरान कैमरा चालू रहेगा और सभी गतिविधियों को रिकार्ड करता रहेगा। इससे किस बोगी में कितने यात्री बैठे हैं, किस यात्री की क्या गतिविधि है यह सब पता चल जाएगा। इसके साथ ही यदि कोई जवाब ड्यूटी के दौरान लापरवाही करता है तो कैमरे से उसकी जानकारी भी मिल जाएगी।
बिलासपुर को मिले फिलहाल पांच कैमरे
बिलासपुर जोन को ट्रायल के रूप में पांच कैमरे मिल चुके हैं। इनका उपयोग भी शुरू हो चुका है। एक कैमरे की कीमत लगभग ४५ हजार रुपए बताई जा रही है। विभाग ने ५० कैमरे की और डिमांड की हुई है। जल्द ही यह कैमरे उन्हें मिल जाएंगे। इसके बाद यह कैमरे जोन में सभी ड्यूटी करने वाले आरपीएफ के जवानों की बॉडी में लगे दिखेंगे।
यात्रियों की शिकायत पर किया गया गौर
यात्री कई बार ऐसी शिकायत करते हैं कि आरपीएफ ठीक से ड्यूटी नहीं करती है। जवान यात्रियों को परेशान कर अवैध वसूली करते हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए यह कदम उठाया गया। अब कैमरे लग जाने के बाद इस तरह की कोई समस्या नहीं होगी।
– फिलहाल बिलासपुर जोन को पांच कैमरे मिले हैं, सक्सेज होने के बाद और डीमांड की जाएगी। इससे यात्रियों और आरपीएफ जवानों की निगरानी रखी जाएगी। यात्रियों की शिकायत होती थी कि जवान अवैध वसूली करते हैं। इससे ऐसा नहीं हो पाएगा।
– भवानी शंकर नाथ, सीनियर डीएससी, बिलासपुर