पुलिस की पूछताछ में आदित्य ने बताया कि उसने पंजाब में ही प्रेमिका की हत्या की योजना बना ली थी। योजना के अनुसार उसने घर पहुंचते ही प्रेमिका को फोन किया। इस दौरान कहा कि वह पंजाब से उसके लिए एक नेकलेस लेकर आया है। साथ ही उसे गांव के जंगल में मिलने के लिए बुलाया। यहां प्रेमिका के आने पर उसने अपने हाथों से उसे नेकलेस पहनाने की जिद की। इसके लिए प्रेमिका को आंखें बंद करने के लिए कहा। जैसे ही प्रेमिका ने आंखें बंद की, आदित्य ने बेल्ड के बक्कल से बनाया गया फंदा उसके गले में डालकर कस दिया।
घटना रायबरेली के सलोन तहसील क्षेत्र के नसीराबाद थानाक्षेत्र के गांव खारिन के पुरवा की है। बीते दिनों यहां की रहने वाली नाबालिग दलित किशोरी का शव गांव के बाहर जंगल से बरामद हुआ था। परिजनों ने किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी। परिजनों की आशंका पर सीओ सलोन वंदना सिंह ने इस मामले को अपने हाथ में लेकर जांच शुरू की तो एक के बाद एक रहस्य से परदा उठता चला गया। बकौल सीओ किशोरी अपनी आंखें बंद कर प्रेमी के हाथों नेकलेस पहनने का एहसास कर रही थी। इसी बीच उसका गला फांसी के फंदे से कस गया और वह छटपटाकर वहीं ठंडी पड़ गई।
सलोन सीओ वंदना सिंह ने बताया कि किशोरी के मोबाइल की कॉल डिटेल में चार-पांच लड़कों के ऐसे नंबर मिले। जिनपर किशोरी की सबसे ज्यादा बात होती थी। इसके बाद सभी नंबरों की पड़ताल की गई। सभी नंबर किशोरी के प्रेमियों के निकले। इन्हीं में से आदित्य का नंबर भी मिला। इस नंबर पर बीते दिनों काफी देर तक बातें की गई थीं। इसके बाद पुलिस ने आदित्य को पूछताछ के लिए उठा लिया। सख्ती करने पर आदित्य टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए जो कहानी सुनाई। उसे सुनकर पुलिसवाले भी हैरान रह गए।
पुलिस की पूछताछ में आदित्य पासवान ने बताया “मैं और किशोरी एक ही गांव के रहने वाले थे। हमारी बिरादरी भी एक ही थी। दोनों में दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ महीने पहले में रोजी रोटी की तलाश में पंजाब चला गया। वहां से भी बराबर मैं अपनी प्रेमिका से बात करता था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उसका नंबर बिजी जाने लगा था।” आदित्य ने पुलिस को बताया कि पूछने पर वह कोई न कोई बहाना बना देती थी। इसी बीच आदित्य के दोस्त ने उसे बताया कि उसकी प्रेमिका एक अन्य लड़के के साथ रेस्टोरेंट में खाना खा रही है। इसपर आदित्य ने प्रेमिका को फोन कर जानकारी मांगी। प्रेमिका ने माफी मांगते हुए आगे से ऐसा नहीं करने का वादा किया।