दो दिन के भीतर धान उठाव के निर्देश
इन 6 केंद्रों से दो दिन के भीतर ही धान का उठाव करने के निर्देश दिए गए हैं। बीते साल धान का उठाव बढिय़ा हुआ था। शॉर्टेज का कोई नाम ही नहीं था। पूरे धान का उठाव मिलर्स ने जल्द कर लिया था। अधिक दिनों तक धान खुले में रहने व सही रखरखाव नहीं होने के कारण धान की क्वालिटी भी खराब हो गई है।
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केंद्रों में 3714.02 क्विंटल धान जाम
जिले के 6 खरीदी केंद्रों में अभी भी 3714.02 क्विंटल धान धाम है। इनका उठाव नहीं हो पाया है। कुआगोंदी में 1655, भंवरमरा में 681, भालूकोन्हा में 587, दर्रा में 401, कमकापार में 287, मिर्रीटोला में 101 क्विंटल धान रखा हुआ है। इसमें खराब क्वालिटी का धान भी है।
सबसे ज्यादा सांकरा (क) में शॉर्टेज
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मुताबिक जिले में सबसे ज्यादा सांकरा (क) में 572 क्विंटल, कचांदुर में 552, भाठागांव में 543, पोंडी में 413 क्विंटल धान का शॉर्टेज हुआ है। जिले में सबसे कम धान का शॉर्टेज गब्दी में 28.29 क्विंटल, भरदाकला में 40.50 क्विंटल, तवेरा में 49.44 क्विंटल धान का शॉर्टेज हुआ है।
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मात्र 19 धान खरीदी केंद्रों में हुआ जीरो शार्टेज
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के आंकड़े देखे तो यहां मात्र 19 धान खरीदी केंद्र ऐसे है जहां एक भी क्विंटल धान का शार्टेज नहीं पाया गया। वही जहां धान में शार्टेज पाया गया है वहां के जिम्मेदार अधिकारियों से धान की वसूली की जाएगी।
धान का उठाव लगभग पूरा
नोडल अधिकारी डीआर ईस्दा ने कहा कि धान का उठाव लगभग पूरा हो चुका है। कुछ क्विंटल धान का उठाव शेष है। जल्द उठाव पूरा कर लिया जाएगा। लगभग 25,812 क्विंटल धान सूखत के कारण शॉर्टेज हुआ है। बाकी अन्य जानकारी मंगाई जा रही है।