अभी और करना होगा इंतजार
इस बार जिले में नई ग्राम पंचायत बनाने परिसीमन नहीं होगा। ऐसे में एक भी नई ग्राम पंचायत का गठन नहीं होगा। हालांकि जिले से 15 से अधिक गांव के लोगों ने आवेदन दिए हैं । ग्रामीणों को अभी स्वतंत्र ग्राम पंचायत व नई ग्राम पंचायत के गठन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इस बार भी जिले में 438 ग्राम पंचायत ही रहेगी।महतारी एक्सप्रेस से इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन के पद खत्म, गंभीर मरीजों को हो रही परेशानी
जनगणना नहीं होना भी एक कारण
पंचायत उपसंचालक की माने तो नई ग्राम पंचायत के गठन के लिए अंतिम जनगणना को आधारा माना जाता है। 2011 के बाद जनगणना नहीं हुई है। जानकारों की माने तो 2021 में जनगणना होनी थी, लेकिन नहीं हुई। इसे भी एक कारण बताया जा रहा है।प्रदेश में मात्र 43 नई ग्राम पंचायत बनेगी
पंचायत उपसंचालक आकाश सोनी ने कहा कि शासन से आए पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि इस बार ग्राम पंचायतों का परिसीमन नहीं किया जाएगा। जानकारी मिल रही है कि प्रदेश में मात्र 43 नई ग्राम पंचायत गठन के लिए परिसीमन किया जाएगा।सोरली को बनाएं स्वतंत्र ग्राम पंचायत
जिले के ग्राम सोरली के लगभग 200 से अधिक ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचकर ग्राम सोरली को स्वतंत्र ग्राम पंचायत बनाने की मांग की। ग्रामीण परसराम पटेल ने बताया कि ग्राम सोरली की जनसंख्या 2047 है। वर्तमान में 20 वार्ड सिर्फ सोरली में ही बनते हैं। ग्राम पंचायत सोरली को ग्राम पंचायत दो गांव को मिलाकर बनाया है, जिसमें ग्राम खैरीडीह भी शामिल है। ग्राम खैरीडीह को अलग कर सोरली को स्वतंत्र ग्राम पंचायत बनाई जाए।गन्ना किसानों ने कहा – सरकार बोनस दे, नहीं तो बंद कर देंगे गन्ना की खेती
पंचायत मुख्यालय 12 किमी दूर, फुलझर को बनाए नवीन पंचायत
मंगलवार को ग्राम फुलझर के ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। ग्रामीण येमंत साहू, मुरलीधर साहू सहित अन्य ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की कि ग्राम फुलझर को नवीन ग्राम पंचायत बनाएं। ग्रामीणों ने बताया ग्राम पंचायत मुख्यालय सलोनी है, जिसकी दूरी फुलझर से 12 किमी है। फुलझर के ग्रामीणों को सरपंच के पास जाने या फिर ग्राम पंचायत में काम हो तो 12 किमी का सफर तय करना पड़ता है।नाले में बाढ़ आने पर आवागमन होता है बंद
ग्रामीण येमंत साहू ने बताया कि गांव के पास ही नाला है। नाला में बाढ़ आने पर आवागमन बंद हो जाता है। ग्रामीणों को बहुत ही ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम फुलझर की जनसंख्या भी 1000 से अधिक है और ग्राम पंचायत बनाने जो नियम है, उसमें भी खरा उतरते हैं। ऐसे में फुलझर को ग्राम पंचायत बनाना ही चाहिए। इस दौरान गिरधारी ठाकुर उपसरपंच, चुनूराम साहू ग्राम पटेल, प्रहलाद साहू, चेतन साहू, टीकाराम साहू, माखन लाल, मुरलीधर आदि उपस्थित थे।जाने जिले में किस ब्लाक में कितने ग्राम पंचायत
ब्लाक – ग्राम पंचायतबालोद – 60
गुरुर – 79
डौण्डीलोहारा – 120
डौण्डी – 62
गुंडरदेही – 117
कुल – 438