बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संतरविदास नगर, जौनपुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, रायबरेली, अलीगढ़, मथुरा और हाथरस में भीषण लू का अलर्ट है। साथ ही आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और उसके आसपास के इलाकों में भीषण उष्ण लहर लू चलने की संभावना है। इन जिलों में भीषण ल को लेकर रेड अलर्ट जारी है।
इसके साथ ही गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज और उन्नाव में लू चलने की संभावना है। लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, कासगंज, एटा, मैनपुरी, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, सहारनपुर,शाहजहांपुर, संभल, बदायूं और उसके आसपास के इलाकों में उष्ण लहर चलने की संभावना है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार ने बताया कि प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर लू की परिस्थितियां 17 जून तक जारी रह सकती हैं। इसके बाद पूर्वी तराई क्षेत्र में बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम पुरवा हवाओं के प्रभाव से बादल छाने और संभावित बारिश हो सकती है। इसलिए 17 जून के बाद आंशिक सुधार होने की संभावना है। आगामी 4-5 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। वैसे बिहार में आगे बढऩे के उपरान्त ही मानसून के उत्तर प्रदेश में आगे बढऩे के संभावना बनेगी।