जानकारी मिली है कि शाइस्ता ने अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी कागजात बनवाए। उसी पते पर रिवाल्वर, राइफल के शस्त्र लाइसेंस जारी कराए। इसका राज खुलने पर 2009 में कर्नलगंज थाने में शाइस्ता के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज किए गए। इन तीनों केस में शाइस्ता के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया। पुलिस और एलआईयू की टीमें जांच कर रही हैं कि कहीं शाइस्ता ने किसी दूसरे पते से फर्जीवाड़ा तो नहीं किया है।
शाइस्ता ने संभाली थी कमान
उमेश पाल हत्याकांड की मास्टरमाइंड माफिया डॉन अतीक अहमद की बीबी शाइस्ता परवीन थी। अतीक की अनुपस्थिति में शाइस्ता ही इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रही थी। वह न केवल शूटरों के साथ मीटिंग करती थी, बल्कि वह उनके लिए मोबाइल फोन, सिमकार्ड से लेकर पैसे रुपये की व्यवस्था भी खुद करती थी। यह खुलासा अतीक के प्रयागराज स्थित आफिस से गिरफ्तार नियाज अहमद ने की है।
पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि सभी आरोपी अतीक के घर जाते थे। वहीं पर बैठक करते थे। अतीक के घर में आईफोन पर ग्रुप में वीडियो कॉल करते थे। अतीक के कहने पर ही असद अपने साथ गुलाम और उस्मान को लेकर बरेली जेल गया था। वहीं पर अशरफ से मुलाकात कराई थी। अशरफ ने अतीक को कॉल करके शूटरों की बात कराई थी।
“अभी ज्यादा कुछ नहीं बता सकते”
अतीक अहमदाबाद जेल में है। उसका भाई अशरफ बरेली, बेटा अली नैनी और बड़ा बेटा मो. उमर लखनऊ जेल में बंद हैं। अतीक के किसी कंपनी या फैक्ट्री के बारे में कोई नहीं जानता। उसकी करोड़ों की प्रॉपर्टी को पुलिस पहले ही गैंगस्टर एक्ट में कुर्क कर चुकी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अतीक के पुराने ध्वस्त कार्यालय में 72 लाख रुपये कहां से आए। आखिर किसने इतने रुपये अतीक को दिए थे। कई ऐसे सवाल हैं, जिसका जवाब मिलना बाकी है। इन सवालों पर मंगलवार को पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने कहा कि अभी आरोपी पकड़े गए हैं। ज्यादा जानकारी शेयर नहीं कर सकते हैं। ज्यादा खुलासा करने से विवेचना प्रभावित होगी।
उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता परवीन नामजद आरोपी
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन नामजद आरोपी है। उसका शूटर्स साबिर के साथ गुर्गे बल्ली के घर जाने का सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ था। इसके बाद पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है। जानकारी के मुताबिक, शाइस्ता प्रयागराज में ही कहीं छिपी है। चेहरा नकाब में होने के कारण उसकी पहचान नहीं हो पा रही है।