फरवरी इलाके के गंगा नदी में 12 मछुआरों के फंसे होने की बात सुनते ही पुलिस सक्रिय हो गई। स्थानीय पुलिस ने तत्काल एनडीआरएफ की टीम को सूचना देकर मौके पर बुलाया जिसके बाद पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम पहुंची। सभी को सकुशल बाहर निकाला गया। इस बीच करीब 4 घंटे तक मछुआरे गंगा की तेज धारा में फंसे रहे। पानी से बाहर निकालने के बाद लग रहा था कि जैसे सभी मछुआरों को नया जीवन मिला हो। वहां मौजूद सभी लोगों ने कहा कि आज डूबते हुए लोगों के लिए पेड़ सहारा हुआ।
Tree saved lives of 12 fishermen: 1. छंगू पुत्र रामकिशोर, ग्राम पैगम्बरपुर, 2. अजयपाल पुत्र शीतल, ग्राम पैगम्बरपुर, 3. सदाशिव पुत्र अमृतलाल, ग्राम माधवपुर, 4. सुभाष पुत्र शीतल ग्राम पैगम्बरपुर, 5. राजकुमार पुत्र राजाराम, ग्राम पैगम्बरपुर, 6. विजय पुत्र जवाहिर, ग्राम पैगम्बरपुर, 7. विजय पुत्र मित्तल ग्राम पैगम्बरपुर, 8. छोटू पुत्र खिचडीलाल, ग्राम शिवगढ़, 9. कलाऊ पुत्र रामकिशोर, ग्राम पैगम्बरपुर, 10. अवधेश पुत्र मुदल, ग्राम पैगम्बरपुर, 11. समशेर बहादुर पुत्र मुदल, ग्राम पैगम्बरपुर, 12. महेश कुमार पुत्र रामलखन ग्राम पैगम्बरपुर गंगा के मजधार में फसें थे।
Tree saved lives of 12 fishermen: प्रयागराज के थरवई में हुई इस घटना के बाद प्रयागराज पुलिस ने अपील भी की है कि गंगा नदी में भाव और तूफान ज्यादा है, तब तक मछली पकड़ने या भ्रमण करने का कार्य बिलकुल भी ना करें।