ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल निर्धारित समय से पहले ही बंद कर दिया गया था। जिसके कारण परिजन और देर से वहां पहुंचे। बताया गया कि प्राइमरी विद्यालय बंद होने का समय 2 बजे है, लेकिन अध्यापिका और शिक्षामित्र ने लगभग 1 घंटा पहले ही विद्यालय की छुट्टी कर दी थी और बच्चा अंदर तड़पता रहा।
वारदात के बाद परिजन और ग्रामीण काफी आक्रोशित थे। सभी ने इस घटना की जानकारी देने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी मेजा को फोन लगाया, लेकिन दर्जनों बार काल करने के बाद भी उन्होंने फोन नहीं उठाया।