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पत्नी और बेटे के सर पर हुआ था वार
फॉलोवर गोविंद नारायण सहित उनके बेटे और पत्नी का शव सोमवार की देर रात पुलिस लाइन के सरकारी आवास में मिला। जानकारी के मुताबिक पत्नी चंदा और उसके बेटे सुनील के सर पर किसी भारी चीज से वार करके उनकी हत्या की गई थी। जबकि फॉलोवर की लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली। पुलिस की मानें तो आशंका है कि पत्नी बेटे की हत्या करने के बाद फॉलोअर ने अपनी जान दे दी है ।देर रात पुलिस के आला अधिकारियों के सामने फॉलोवर सहित तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया। देर रात तक फॉरेंसिक टीम जांच पड़ताल में जुटी रही।
1994 से अपने परिवार के साथ रहता था
गोविंद नारायण जालौन की रहने वाले थे 1994 से ही अपने परिवार के साथ पुलिस लाइन की टाइप वन कालोनी में गोविंद नारायण पहली मंजिल पर रहा करते थे। गोविंद के छोटे बेटे भरत के अनुसार वह उसका बड़ा भाई सुनील पिता गोविन्द माँ चंदा यहां रहा करते थे। भरत सुबह अपने काम पर चला गया था। जबकि मां और बड़ा भाई घर पर ही थे। भरत के मुताबिक़ उसका बड़ा भाई सुनील मानसिक बीमार था। जिसको लेकर उसके पिता परेशान रहा करते थे, वह बहुत तनाव में थे।
हर दिन की तरह डियूटी की
गोविंद नारायण हर दिन की तरह सोमवार की शाम को 5 बजे डीआईजी कार्यालय से अपने आवास पर आए थे ,इस दौरान उसकी फोन पर बात नहीं हुई थी। जब रात को वह 8 बजे घर लौटा तो दरवाजा बंद था , घर की लाइट बंद थी आवाज देने पर नहीं खुला। पिता के मोबाइल पर कॉल किया तो फोन नहीं उठ रहा था। वह घबरा गया नीचे रहने वाले लोगों को उसने बताया इसके बाद आसपास के लोगों ने दरवाजा तोड़ा। इस दौरान पुलिस के आला अधिकारियों को भी सूचित किया गया ।मौके पर डीआईजी एडीजी एसएसपी सहित आसपास तैनात अन्य पुलिसकर्मी भी पुलिस लाइन पहुंचे। पड़ोसियों और पुलिसकर्मियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। जिसके बाद घर के अंदर गोविंद नारायण का शव फांसी पर लटकता मिला और पत्नी चंदा उनके बड़े बेटे सुनील का शव खून से लथपथ घर में मिला।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
मौके पर पहुंचे कप्तान सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि मां बेटे की मौत कैसे हुई , कमरे में हथोड़ा मिला है ।अनुमान लगाया जा रहा है पत्नी और बेटे की हत्या करने के बाद गोविन्द ने फांसी लगा ली।हथौड़े से सिर पर हमला किया गया था।गोविंद ने वारदात को कब अंजाम दिया यह पता नहीं चला है नीचे रहने वाले लोगों ने किसी तरह की चीख.पुकार तक नहीं सुनी। आगे पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ज्यादा स्पष्ट हो जायेगा।