कोरोना संक्रमा की दूसरी लहर (Second wave of covid) ज्यादा खतरनाक है। अब तक यूपी में हजारों लोग इसके संक्रमण का शिकार होकर अपनी जान गंवा चुके हैं। संक्रमितों की तादाद भी रिकार्ड बना चुकी है। रोजाना संक्रमण के नए-नए मामले सामने हा रहे हैं। ऐसी स्थिति में उन परिवारों की समस्या बढ़ रही है जिनके सभी सदस्य संक्रमण का शिकार हैं। वहां भोजन तक बनाने वाला कोई नहीं। प्रयागराज में ऐसे लोगों की मदद की कोशिश में जुटे हैं पंजीयन न्याय शुल्क और नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी (Cabinet Minister, Nand Gopal Gupta Nandi) और उनकी पत्नी प्रयागराज की मेयर अभिलाशा गुप्ता नंदी।
हेल्पलाइन नंबर पर काॅल और व्हाट्सऐप मैसेज कर मांग रहे मदद
ऐसे परिवारों के लिये ‘नंदी’ की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर 9936667701 (Helpline Number) जारी किया गया है। इस नंबर पर फोन या व्हाट्सऐप मैसेज करके लोग मदद मांगते हैं। मदद के लिये काॅल आते ही परिवारों की जररूरत के हिसाब से उनकी मदद करने नंदी के वालंटीयर पहुंच जाते हैं। हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर आरटीपीसीआर, एंटीजन, या एचआरसीटी रिपोर्ट, परिवार के संक्रमित सदस्यों की संख्या, मोबाइल नंबर और घर का पता भेज सकते हैं। सुबह के खाने के लिये सुबह 10 बजे तक और रात के भोजन के लिये दोपहर 3 बजे तक अपनी जरूरत बता सकता है।
40 लोगों का खाना पहुंचाकर हुई शुरुआत
संक्रमित परिवारों की मदद मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के जन्म दिन के मौके पर 23 अप्रैल को 40 लोगों को भोजन पहुंचाकर शुरु की गई। दावा है कि मदद के काम को अब 16 दिन बीत चुके हैं और अब तक 7826 पैकेट भोजन कोविड संक्रमिताें तक पहुंचाए जा चुके हैं। नंदी सेवा संस्थान के हर वालंटीयर को छह परिवारों तक भोजन पहुंचाने का जिम्मा है।
घर के किचन में खुद की देखरेख में बनता है भोजन
संक्रमित परिवारों के को दिया जाने वाला भोजन पौष्टिक और हाईजीन हो इसका पूरा खयाल रखा जाता है। भोजन मंत्री नंदी और उनकी पत्नी मेयर अभिलाशा नंदी की देखरेख में उनके किचन में तैयार होता है। पौष्टिकता के हिसाब से मेन्यू बना हुआ है और उसीके आधार पर रोज भोजन तैयार होता हे। पत्नी किचन में भोजन तैयार करने में जुटी रहती हैं। मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी कहती हैं कि सरकार दवा और ऑक्सीजन मुहैया कराने में जुटी है। हमारी भी जिम्मेदारी है कि संकट की घड़ी में लोगों की मदद को आगे आएं।
मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी के मुताबिक, महामारी के इस दौर में लोगों की सेवा कर उन्हें सूकून मिलता है. वहीं कैबिनेट मंत्री भी कह रहे हैं कि सरकार इस महामारी में लोगों को आक्सीजन और दवाएं मुहैया करा रही है. लेकिन हमलोगों की भी जिम्मेदारी है कि इस संकट की घड़ी में हम जिन लोगों की मदद कर सकते हैं, जरूर करें।