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Mahakumbh 2025: नागा साधुओं के जाने के बाद उनके पैरों की धूल के लिए भागे लोग, जानें क्या है महत्व 

Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दूसरे दिन करोड़ों लोगों ने शाही स्नान किया। इस बीच जब नागा साधुओं का जत्था स्नान के लिए निकला तो भारी भीड़ उन्हें देखने के लिए जमा हो गई। लोग नागा साधुओं के निकले हुए रास्ते पर पड़ी मिट्टी लेने के लिए भी उमड़ पड़े।

प्रयागराजJan 15, 2025 / 04:55 pm

Prateek Pandey

Mahakumbh

Mahakumbh 2025: दूसरे दिन का अमृत स्थान संपन्न हुआ। इस अमृत स्नान में 3:30 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। महाकुंभ का आकर्षण बना नागा साधुओं का अमृत स्नान। नागा साधुओं का पूरा जत्था जब महाकुंभ की अमृत स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ने लगा तो उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा होना शुरू हो गई। भीड़ इस कदर बढ़ गई कि पुलिस बल को उन्हें संभालने में पसीने छूट गए। 

मिट्टी के लिए मच होड़ 

नागा साधुओं के संगम की ओर जाने के बाद श्रद्धालुओं ने उनके पैर की मिट्टी इकट्ठा करने के लिए होड़ मच गया। लोग नागा साधुओं के गुजरे हुए रास्तों की मिट्टी उठाने के लिए दौड़ने लगे। लोग नागा साधुओं के गुजरे हुए रास्तों के मिट्टी इकट्ठा करके अपने घर ले गए। 
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क्या है इस मिट्टी का महत्व ? 

जब हमने यह जानने की कोशिश की कि  इस मिट्टी का क्या होगा तो वाराणसी से आए संजय ने बताया कि यह मिट्टी बहुत शुभ होती है और मैं इसे घर लेकर जाऊंगा। वही प्रयागराज के आनंद ने बताया की मैं इस मिट्टी को सहेज कर रखूंगा यह मिट्टी बहुत फलदाई होती है इससे घर में सम्पन्नता बनी रहती है। हरिद्वार से आए रमेश ने बताया कि यह मिट्टी नागा साधुओं के पैर से लगी हुई मिट्टी है। यह मिट्टी बहुत दिव्य हो गई है मैं धन्य हूं कि मुझे इस मिट्टी को इकट्ठा करने का मौका मिला।

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