महाकुंभ में नहीं होगा ‘शाही स्नान’!
Maha Kumbh 2025 के शुरुआत में आयोजित किया जाएगा। इसमें करोड़ों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई गई है। अब अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने शाही स्न्नान का नाम बदलने की बात कही है। पुरी ने बयान जारी कर कहा कि ‘शाही’ उर्दू का शब्द है और इसे मुगलों ने गढ़ा था। इस शब्द का प्रयोग गुलामी का प्रतीक है और इसे बदलकर ‘राजसी स्नान’ कहा जाना चाहिए। शाही शब्द संस्कृत का है और सनातनी परंपराओं का प्रतीक है। यह भी पढ़ें