महाकुंभ को लेकर चल रही तैयारियां
रेलवे अफसरों का मानना है कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु काशी और अयोध्या भी जाना चाहेंगे। उस हिसाब से उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की ओर से तैयारियां चल रही हैं। लखनऊ डीआरएम एसएम शर्मा ने परिचालन अधिकारियों और रनिंग कर्मचारियों से वाराणसी में मुलाकात करते हुए महाकुंभ के बाबत तैयार रहने पर भी जोर दिया है। सुरक्षा और संरक्षा अधिकारियों संग भी बैठक हुई है। महाकुंभ में दुनिया भर के श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं। महाकुंभ में पहुंचने वाले अधिकतर श्रद्धालु काशी में भी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन और गंगा आरती में शामिल होते हैं। सड़क, रेल मार्ग के जरिये इन श्रद्धालुओं की आवाजाही अधिक होती है। इस लिहाज से ट्रेनों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है कि यात्रियों को कोई असुविधा न हो।
महाकुंभ के समय 50- 60 स्पेशल ट्रेनें रोजाना चलेंगी
उत्तर रेल अधिकारियों के अनुसार प्रयागराज काशी आने वाले श्रद्धालु इस बार बड़ी संख्या में अयोध्या श्रीराम मंदिर भी जाएंगे। इसलिए प्रयागराज, काशी और अयोध्या के बीच ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाए जाने की तैयारी है। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज की तरफ से 50 से 60 स्पेशल ट्रेनें रोजाना चलाई जाएंगी। इसमें ईएमयू, पैसेंजर ट्रेनों की संख्या ज्यादा होगी। इस बार काशी, अयोध्या में भी श्रद्धालुओं का दबाव अधिक होगा। तैयारियां अभी से चल रही हैं। लखनऊ-प्रयागराज रूट की महाकाल एक्सप्रेस में बढ़ेंगे 4-4 जनरल कोच
महाकाल एक्सप्रेस में पहली बार जनरल कोच बढ़ाए जा रहे हैं। काशी से लखनऊ और प्रयागराज रूट से आवाजाही करने वाली महाकाल एक्सप्रेस में चार-चार जनरल कोच बढ़ गए हैं। महाकाल की नगरी उज्जैन जाने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस में अब बिना आरक्षण के भी सफर किया जा सकेगा। इसके लिए रेलवे पहली बार इस ट्रेन में जनरल श्रेणी के चार कोच लगाएगा। यह ट्रेन (20143) हर मंगलवार और गुरुवार को वाराणसी से लखनऊ होकर इंदौर तक जाती है, जबकि रविवार को यह ट्रेन (20415) प्रयागराज के रास्ते उज्जैन होते हुए इंदौर के लिए प्रस्थान करती है।