Floods in prayagraj: बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह में गंगा और यमुना नदियों का जल पहुंच गया। सुबह 6:50 पर गर्भ गृह में गंगा और यमुना नदियों का जल प्रवेश कर गया। हर साल बड़े हनुमान जी को अभिषेक कराने मां गंगा और यमुना आती हैं। बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह में गंगा और यमुना का जल आना शुभ माना जाता है। गर्भगृह में गंगा और यमुना का जल पहुंचने के बाद विधि विधान से मंदिर में पूजा अर्चना और आरती की गई। मंदिर के महंत बालवीर गिरी ने पूजार्चना और आरती की। मां गंगा और यमुना के साथी बड़े हनुमान जी से लोगों के कल्याण की कामना की गई। जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ के भी सफल आयोजन का आशीर्वाद मांगा। मंदिर में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ हो रहा है। बाढ़ का पानी नीचे उतरने तक के लिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। श्रद्धालु मंदिर के बाहर से ही बड़े हनुमान जी के दर्शन पूजन कर रहे हैं। हालांकि इस साल बाढ़ से हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कार्य रुक गया है। महाकुंभ से पहले हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा होना है। यमुना नदी का जलस्तर 81.54 मीटर और गंगा नदी का जलस्तर 80.97 मीटर पहुंचने पर गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश कर जाता है।
बारिश से संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां उफान पर हैं। गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। संगम क्षेत्र में लगातार लोग सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं. बाढ़ के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग अलर्ट मोड पर है। कंट्रोल रूम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। सुबह 8 बजे तक गंगा नदी का फाफामऊ में जलस्तर 78.62 सेंटीमीटर और छतनाग में 80.91 सेंटीमीटर दर्ज किया गया. जबकि नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 81.66 सेंटीमीटर दर्ज किया गया।