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सोमवार को शहर में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर ने जहां चेतावनी बिन्दु तक पहुंच गया है। दोपहर बाद चार बजे तक गंगा नदी का फाफामऊ में जलस्तर 84.42 और छतनाग में 83.67 मीटर रिकार्ड किया गया है। वहीं नैनी में यमुना नदी का भी जल स्तर 84.28 तक पहुंच गया है। जो कि डेंजर लेवल 84.73 मीटर के करीब है। अगर इसी गति से दोनों नदियों का जल स्तर आगे भी बढ़ता रहा तो शाम तक दोनों नदियों का जलस्तर डेंजर लेवल को पार कर जायेगा। जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए 31 बाढ़ शिविर खोले हैं। रविवार शाम तक पांच बाढ़ शिविरों में 106 परिवारों के 600 लोग शहर लेने पहुंच गए थे। जबकि जलस्तर बढ़ने के बाद लगातार अशोक नगर, नेवादा, राजापुर बेली कछार छोटा बघाड़ा, सलोरी इलाकों के बाढ़ प्रभावित बाढ़ शिविर में पहुंच रहे हैं। स्कूलों में बनाये गए बाढ़ शिविरों के चलते डीएम भानु चन्द्र गोस्वामी ने फिलहाल इन स्कूलों में तीन दिनों का अवकाश घोषित कर दिया है। जिला प्रशासन बाढ़ राहत शिविरों में लोगों के खाने.पीने के इंतजाम के साथ ही उनके स्वास्थ्य के लिए दवाइयों के इंतजाम का दावा कर रहा है। । अशोक नगर के बाढ़ शिविर में 62 परिवारों के 285 लोग अपने सामानों और मवेशियों के साथ शहर लिए हुए हैं।
जलस्तर बढ़ने से शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप कर दी गई है ।सलोरी, शिवकुटी ,कैलाशपुरी ,महावीरपुरी, सलोरी गांव, छोटा बघाड़ा में एहतियातन विद्युत आपूर्ति को रोका गया है। निचले इलाकों में लगाए गए ट्रांसफार्मरों के आसपास पानी भरने के कारण बिजली की सप्लाई को दूसरे क्षेत्रों से जोड़ा जा रहा है। जो काम देर रात तक पूरा कर लिया जाएगा बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार आज तकरीबन कई घंटे तक की बिजली कटौती रही कुछ स्थानों पे सप्लाई शुरू की गई और कई स्थानों पर देर रात तक बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।