आपकी मां श्रीमती मंजुल सिंह ने लिखा है, भानवी कुमारी सिंह से मैंने रिश्ता तोड़ लिया है, वो मेरी संपत्ति हथियाने के लिए लगातार मुझे प्रताड़ित करती रहती है। जायदाद हथियाने के लिये भानवी ने मेरे साथ शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी है। उसने मेरी बेटी होते हुए भी मेरे साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया है, कि मैं आज भी लगातार आतंक और भय के साये में जी रही हूं।
आप हमेशा महिला अधिकारों की दुहाई देती रहती हैं, चंद रुपयों के लिए अपनी मां को मारने पीटने में आपका हाथ नहीं कांपा? श्रीमती मंजुल सिंह महिला नहीं हैं? मुख्यमंत्री जी की छवि और कार्यशैली बेद़ाग़ है, एक विरोधी राजनैतिक दल के इशारे पे उनकी छवि धूमिल करने का ये कुत्सित प्रयास बंद करें। राजनीति में आने का चस्का है तो खुलकर मैदान में आएं। पर्दे के पीछे से छल और प्रपंच से कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
Dispute between Raja Bhaiya’s wife and Akshay Pratap: 29 अगस्त को सीएम योगी से जनसत्ता दल के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. केएन ओझा ने सीएम योगी से मुलाकात की थी।उनके साथ उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य अक्षय प्रताप सिंह, प्रतापगढ़ जिले के बागिंज विधानसभा से जनसत्ता दल के विधायक विनोद सरोज और प्रतापगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष माधुरी कुलदीप पटेल भी मौजूद रहीं। सीएम योगी की सोशल मीडिया टीम ने इनकी फोटो शेयर की। इसके बाद उस फोटो को कोट करते हुए भदरी रियासत की बहू और राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने सोशल मीडिया पर ही सीएम योगी को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने यह भी लिखा था कि “माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आप हमारे आदरणीय हैं। आप राज्य के मुखिया के नाते किसी से भी मिल सकते हैं। लेकिन आप जिस शख़्श से मिल रहे हैं वे हमारे और हमारी बेटी के साथ इकोनॉमिक फ्रॉड के मामले में आरोपी भी हैं। इनके ऊपर आर्थिक अपराध शाखा दिल्ली में केस चल रहा है। लगातार मेरे और मेरी बेटी के खिलाफ अक्षय प्रताप सिंह षड्यंत्र कर रहे हैं।