‘सनातन बोर्ड का गठन जरूरी’
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और मंदिरों की सुरक्षा के लिए सनातन बोर्ड का गठन जरूरी है। इसके लिए 27 जनवरी को सेक्टर-17 स्थित शांति सेवा शिविर में आयोजित होने वाली सनातन धर्म संसद में भाग लेना चाहिए। मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह भक्ति और श्रद्धा को प्रभावित करता है। धर्म का संचालन धर्माचार्यों के माध्यम से होना चाहिए, न कि उन व्यक्तियों द्वारा जो धर्म को सही से समझते ही नहीं। अन्नदान को बताया सबसे बड़ा दान
देवकीनंदन ठाकुर ने चेतावनी दी कि अगर धर्म का सही मार्गदर्शन नहीं हुआ, तो समाज और देश दोनों को गंभीर नुकसान हो सकता है। उन्होंने अन्नदान को सबसे बड़ा दान बताया और कहा कि भूखे को भोजन कराना सबसे बड़ा पुण्य है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कभी भी ब्राह्मण और गाय की हत्या नहीं करनी चाहिए।