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महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सीएम होने के नाते नहीं बल्कि गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर की हैसियत से उन्हें राम मंदिर कष्ट में शामिल किया जाना चाहिए और उन्होंने काम इसकी मांग करते हैं कि उन्हें ट्रस्ट में शामिल किया जाए। महंत नरेंद्र गिरी ने राम मंदिर ट्रस्ट में सनातन धर्म के अलावा किसी दूसरे धर्मावलंबी को सदस्य बनाए जाने पर कड़ा एतराज जताया है । उन्होंने कहा है कि सैकड़ों वर्षो के लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या राम मंदिर का विवाद सुप्रीम कोर्ट से समाप्त हुआ है उन्होंने कहा है कि इस ट्रस्ट में मुस्लिम में किसी दूसरे धर्म के व्यक्ति को शामिल करना कतई उचित नहीं है ।इससे भविष्य में फिर से विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है।
महंत नरेंद्र गिरी ने कहां है कि चारों पीठों के शंकराचार्य चारों रामानंदाचार्य के साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदेन अध्यक्ष और महामंत्री को इस ट्रस्ट में शामिल किया जाए । इसके साथ ही राम मंदिर आंदोलन से जुड़े दूसरे साधु संतों को भी ट्रस्ट में जुड़ने की बात कही है । महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि इस ट्रस्ट में किसी दूसरे धर्म के व्यक्ति को जोड़ना गलत होगा । अखाड़ा परिषद ऐसे कदम का पुरजोर विरोध करेगा।