आईफोन पर फेसटाइम एप की अलग आईडी बनाई गई थी
पुलिस के अनुसार, उमेश पाल हत्याकांड में एजहम का भी अहम रोल है। उमेश पाल की हत्या को अंजाम देने के दौरान आईफोन का इस्तेमाल किया गया था, उस आईफोन में इंस्टॉल फेसटाइम एप की क्लाउड आईडी एहजम अहमद ने ही बनाई थी। सभी आईफोन पर फेसटाइम एप की अलग आईडी बनाई गई थी।
अतीक, अशरफ, शाइस्ता और वारदात में शामिल शूटर फेसटाइम ऐप के जरिए ही आपस में बातचीत करते थे। एहजम अहमद ने फेस टाइम पर अपनी आईडी ठाकुर के नाम से बनाई थी। एहजम अहमद को भी एक आईफोन दिया गया था।
अतीक अहमद की फेसटाइम आईडी bade006 थी
अतीक अहमद का यह नाबालिग बेटा उमेश पाल शूटआउट केस के बाद से बाल संरक्षण गृह में है। वहीं पर उसके छोटे भाई आबान को भी बाल संरक्षण गृह में दाखिल करा दिया गया है। thakur008@icloud.com के नाम से आईफोन पर एहजम की फेसटाइम आईडी बनाई गई थी। वहीं, अतीक अहमद की फेसटाइम आईडी bade006 और अशरफ की आईडी chote007 कोड वर्ड से बनाई गई थी।
पुलिस के अनुसार, आगे की जांच में अतीक अहमद के चौथे नंबर के बेटे नाबालिग एहजम अहमद को भी पुलिस आरोपी बना सकती है। अतीक के वकील खान सौलत हनीफ की फेसटाइम आईडी advo10 थी। धूमनगंज थाने में पुलिस ने अपनी FIR में फेस टाइम एप की इस आईडी का जिक्र किया है। खबरों के अनुसार, ठाकुर कोड वर्ड से आईडी बनाने वाला अतीक अहमद का चौथे नंबर का बेटा एहजम उमेश पाल को गब्बर कहता था।