आगमन संस्था के जादूगर किरण, जितेन्द्र व आलोक पांडेय ने मैजिक शो किया। शो के जरिए लोगों का मंनोरजन करने के साथ बच्चियों को जन्म देने का अधिकार दिलाने का संदेश दिया। प्रयागराज कुंभ में अलग-अलग जगहों पर नुक्कड़ सभा व चौपाल में सदस्यों ने कहा बेटे व बेटी का एक ही अधिकार होता है। मां भगवती की रुप बेटियों को हम जन्म नहीं देने का अधिकार देकर बड़ा महापाप करते हैं। सभी लोगों को जागरूक होकर कन्या भ्रूण हत्या रोकनी होगी। जादू शो देख कर लोगों ने माना कि समाज में बेटे की चाहत में कुछ लोग इतना महापाप कर रहे हैं कि संगम में डुबकी लगाने के बाद भी उन्हें मोक्ष नहीं मिलने वाला है।
आगमन संस्था को जारी रहेगा अभियान
आगमन संस्था के संस्थापक सदस्य डा.संतोष ओझा ने बताया कि कुंभ में यह अभियान जारी रहेगा। संस्था के सदस्य अगले दो दिन तक अभियान चलाते रहेंगे। टीम के सदस्य बसंत पंचमी के चौथे शाही स्नान से लेकर 12 फरवरी तक अभियान चलायेंगे। अभियान के तहत देश व विदेश से आये एक लाख श्रद्धालुओं को जागरूक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि जहां से धर्म से जुड़ा बड़ा आयोजन होता है वहां पर हम लोगों को जागरूक करने का मुद्दा नहीं छोड़ते हैं। कन्या भ्रूण हत्या देश की बड़ी समस्या है और कुंभ में देश भर के श्रद्धालु आये हुए हैं जिनके बीच मैजिक शो के जरिए अपनी बात पहुंचायी जा रही है। एक तरफ हम लंबा सफर तय करके धार्मिक कार्य करने के लिए तीर्थ स्थानों पर जाते है लेकिन जब बेटी को जन्म देने के अधिकार की बात आती है तो सारी मानवता भूल जाते हैं यदि हम अभी कन्या भ्रूण हत्या को लेकर सजग नहीं हुए तो आने वाले समय में देर हो जायेगी।
आगमन संस्था के संस्थापक सदस्य डा.संतोष ओझा ने बताया कि कुंभ में यह अभियान जारी रहेगा। संस्था के सदस्य अगले दो दिन तक अभियान चलाते रहेंगे। टीम के सदस्य बसंत पंचमी के चौथे शाही स्नान से लेकर 12 फरवरी तक अभियान चलायेंगे। अभियान के तहत देश व विदेश से आये एक लाख श्रद्धालुओं को जागरूक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि जहां से धर्म से जुड़ा बड़ा आयोजन होता है वहां पर हम लोगों को जागरूक करने का मुद्दा नहीं छोड़ते हैं। कन्या भ्रूण हत्या देश की बड़ी समस्या है और कुंभ में देश भर के श्रद्धालु आये हुए हैं जिनके बीच मैजिक शो के जरिए अपनी बात पहुंचायी जा रही है। एक तरफ हम लंबा सफर तय करके धार्मिक कार्य करने के लिए तीर्थ स्थानों पर जाते है लेकिन जब बेटी को जन्म देने के अधिकार की बात आती है तो सारी मानवता भूल जाते हैं यदि हम अभी कन्या भ्रूण हत्या को लेकर सजग नहीं हुए तो आने वाले समय में देर हो जायेगी।