जानकारी के मुताबिक यहां कंट्रोल रूम पर कांस्टेबल ( Police Constable ) महेश मीणा निवासी मेडी टापरा तैनात है। वह अभी पुराने एसपी कार्यालय के पास पुलिस क्वार्टर में रहता है। उसकी पत्नी तारा मीणा ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें बताया कि महेश मंगलवार सुबह 11 बजे ड्यूटी के बाद घर आए थे। आरोप लगाया कि कि पुलिस अधीक्षक ( SP ) ने मानसिक रूप से अपमानित किया है।
यह आरोप लगाया पत्र में हाथ से लिखे पत्र में सिपाही महेश ने अपनी पत्नी को कहा कि ‘मकान बेचकर लोन चुका देना। आज के बाद घर नहीं आउंगा। एसपी मैडम ने निलंबित कर दिया है। काफी परेशान हूं।’ कांस्टेबल की पत्नी ने बताया कि वे अपना मोबाइल भी घर पर ही रखकर गए। अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। थाना प्रभारी मदनलाल खटीक ने बताया कि गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है। महेश की तलाश के लिए टीमें लगी हुई है।
पुलिस ने तलाश शुरू की…
इधर, सिपाही के लापता होने की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हडक़म्प मच गया। पुलिस अधिकारी एक्शन में आ गए। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि सिपाही महेश स्वेच्छा से किसी चिकित्सक को दिखाने मध्यप्रदेश के मल्हारगढ़ गया हुआ है। उसने वहां से अपने भतीजे को फोन किया कि वह एक दो दिन में आ जाएगा। इसके बाद पुलिस ने संबंधित चिकित्सक से बात की तो उसने भी पुष्टि कर दी कि सिपाही महेश उसके पास इलाज के लिए आया था। इस बीच पुलिस अधिकारियों ने सिपाही की पत्नी से भी बात की। पूछताछ में उसने बताया कि पति को इससे पहले कोई परेशानी नहीं थी। उसने कभी इस बारे में पत्नी से बात भी नहीं की।
‘एसपी ऑफिस में ड्यूटी नहीं थी’ सिपाही के निलंबन की बात कही जा रही है, लेकिन उसका कोई निलंबन आदेश जारी नहीं किया गया। उसके खिलाफ कोई जांच भी एसपी कार्यालय में विचाराधीन नहीं थी। ऐसे में निलंबन या प्रताडि़त करने का कोई कारण नहीं था। एक सिपाही के अवकाश पर जाने के कारण उसे एक दो दिन के लिए एसपी कार्यालय के कंट्रोल रूम में लगाया गया था। लेकिन इस दौरान भी प्रताडऩा जैसी कोई बात नहीं हुई। पुलिस अधिकारी तलाश में है। सिपाही महेश की उसके भतीजे से बता हुई है। वह एमपी के मल्हारगढ़ में गया था। एक दो दिन में वापस आने की बात कही है। वापस आने पर उसको समझाएंगे और काउसंलिंग करवाएंगे।
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