जहां मृतका की पहचान आरती पत्नी राहुल हरमोर निवासी लिम्बोदा थाना घंटाली के रूप में हुई। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया। विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अनुसंधान शुरू किया। जिसमें पाया कि अशोक पुत्र मनसुखलाल निनामा निवासी छरी थाना पीपलखूंट उसके सम्पर्क में था। उसने आरती को यह विश्वास दिलाया कि वह उसे पत्नी बनाकर रखेगा।
पानी भरे ड्रम में तीन बेटियां और एक बेटे को डूबा कर मारा, फिर फंदे पर झूली मां
इसके बाद अशोक आरती को ठिकाने लगाने का षड़यंत्र रचकर वह अपने गांव में ही रहा। उसने आरती से सम्पर्क कर उसे अपने गांव बुलाया। उसको अपने साथ ले जाने का बहाना बनाकर सूनसान जंगल में ले गया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरती के पहने आभूषण उतारकर लेकर जयपुर भाग गया। पुलिस ने उसे डिटेन कर तकनिकी एवं मनोवैज्ञानिक रूप से पूछताछ कर अशोक को गिरफ्तार कर लिया।
18 की होती ही प्रेमी के साथ भाग गई बेटी, बाप नाक रगड़ता रह गया, लेकिन रुकी नहीं … पिता ने छपवा दी जिंदा बेटी की शोक पत्रिका, पूरे गांव को न्यौता
तीन वर्ष से था सम्पर्क
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में अशोक ने हत्या को लेकर कई राज उगले। उसने बताया कि वह मृतका से गत 3 साल से सम्पर्क था। 31 मई को आरती को फोन कर घंटाली बुलाया। फिर दोनों बस में बैठ कर मोवाईपाडा जंगल में उतरे। जहां पैदलचलते हुए मोवाई पाडा के सूनसान जंगल में गए। वहां पर उसे अपने रास्ते से हटाने के लिए एवं रुपए की जरूरत होने से उसी के दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया। बेहोश होने पर पत्थर उसके सिर में पटकर कर हत्या कर दी। इसके बाद पहनी हुई रकम को लेकर वहां से भाग गया।