अपने दिल्ली दौरे पर ममता बनर्जी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) से मुलाकात कर सकती हैं। यही नहीं इसके साथ ही ममता की मुलाकात तीन कांग्रेसी नेताओं से भी हो सकती है। इसमें एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ प्रमुख रूप से शामिल हैं। अगले तीन दिनों में ममता बनर्जी सोनिया गांधी से भी चाय पर मुलाकात कर सकती हैं।
यह भी पढ़ेंः
पश्चिम बंगाल: सीएम ममता बनर्जी का बड़ा फैसला, पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए किया ये है ममता का कार्यक्रमतृणमूल कांग्रेस की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक, ममता बनर्जी मंगलवार को शाम चार बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगी। हालांकि, ममता की पहली मुलाकात दोपहर में कांग्रेस नेता कमलनाथ से हैं।
जबकि 3 बजे बाद वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंश शर्मा से मिलेंगी और इसके बाद शाम साढ़े 6 बजे वह फिर से कांग्रेसी नेता अभिषेक मनु सिंघवी से मुलाकात करेंगी। ममता बनर्जी के इस दौरे के साथ ही विपक्षी दलों की एकजुट होने की अटकलें तेज हुई हैं। दरअसल इस दौरे को तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली दौरे पर पहुंचीं ममता बनर्जी अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि ये मोदी सरकार के विजयी रथ को रोकने के लिए भी विपक्ष की लामबंदी की शुरुआत हो सकती है।
बीते हफ्ते ही टीएमसी के सालाना शहीदी दिवस समारोह में विपक्ष के कई नेता पहुंचे थे। इनमें कांग्रेस के पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह, एनसीपी के शरद पवार और सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, आरजेडी मनोज झा, डीएमके के तिरुची शिवा, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी जैसे बड़े नाम शामिल थे।
हालांकि इससे पहले भी ममता बनर्जी इस तरह का कदम उठा चुकी हैं, लेकिन 6 महीने से ज्यादा विपक्ष की एकजुटता दिखाई नहीं दी थी। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि 26-30 जुलाई के दौरे के दौरान ममता बनर्जी संसद भी जा सकती हैं।
यह भी पढ़ेंः कर्नाटक का अगला सीएम कौन? रेस में आगे हैं ये तीन नाम बीजेपी ने ममता के दौरे पर साधा निशानाममता बनर्जी के दिल्ली दौरे को लेकर बीजेपी पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि ममता कोरोना के दौरान फर्जी वैक्सीनेशन से लेकर चुनाव के बाद हिंसा जैसे कई मुद्दों पर घिर चुकी हैं। इनसे बचने के लिए मुख्यमंत्री कुछ दिन के लिए प्रदेश के बाहर चली गई हैं।
उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों को एकजुट करने का बनर्जी का प्रयास सफल नहीं होगा।