सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर चारों सीटों पर केंद्रीय बल की 92 कंपनियां तैनात की गई हैं। पहले 80 कंपनियां तैनात की जानी थीं, लेकिन हालातों को देखते हुए चुनाव आयोग के कड़ी सुरक्षा प्रबंधन के निर्देश जारी किए थे।
इसी के तहत 12 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गईं। चारों सीटों पर तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला है। खासतौर पर दिनहाटा सीट (Dinhata Seat) पर सबकी निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यहां टीएमसी नेता पिछले चुनाव में बीजेपी से हार गए थे।
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अब त्रिपुरा में BJP को झटका देने की तैयारी, असंतुष्ट विधायक आशीष दास TMC में होंगे शामिल सिर्फ 57 वोटों से हारे थे गुहाटीएमसी के दिग्गज नेता (TMC Leader) उदयन गुहा दिनहाटा सीट से चुनावी मैदान में हैं। दरअसल अप्रैल में हुए चुनाव में यह सीट उनसे छिन गई थी। इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार निशिथ प्रमाणिक ने जीत हासिल की थी। उन्होंने गुहा को सिर्फ 57 वोटों से शिकस्त दे दी थी।
दरअसल शांतिपुर सीट भी बीजेपी (
BJP P ) के लिए साख की लड़ाई है। इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार बृजकिशोर गोस्वामी का मुकाबला टीएमसी के निरंजन बिस्वास से है। वहीं खरदा विधानसभा सीट पर टीएमसी ने शोभनदेव चट्टोपाध्याय को मैदान में उतारा है। उनके सामने बीजेपी ने जॉय साहा को उतारा है। गोसाबा सीट पर टीएमसी उम्मीदवार सुब्रत मंडल का मुकाबला बीजेपी के पलाश राहा से है।
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Goa पहुंचकर एक्शन में ममता बनर्जी, तीन मंदिरों के दर्शन के साथ नफीसा अली, मृणालिनी और लिएंडर पेस को TMC में किया शामिल इसलिए हो रहा उपचुनावशांतिपुर सीट बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई है। वहीं खरदा सीट से टीएमसी विधायक काजल सिन्हा की कोरोना की वजह से मौत के बाद चुनाव हो रहा है। गोसाबा सीट पर भी टीएमसी विधायक जयंत नासकर की कोरोना की वजह से मौत हो गई थी, जबकि दिनहाटा सीट पर उपचुनाव की वजह निशिथ प्रमाणिक का विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना है।