खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इस धमाके के पीछे गोपाल सिंह चावला का हाथ हो सकता है। गोपाल सिंह चावला पाकिस्तानी सिख है। वह पाकिस्तानी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का पूर्व महासचिव भी है। उसे खालिस्तानी समर्थक माना जाता है। पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने भी इस घटना में आतंकी ऐंगल की संभावना जताई है।
इस घटना के बाद पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि आईएसआई समर्थित खालिस्तानी या कश्मीरी समूह के इस हमले में शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही सीएम ने लोगों से शांति की अपील की है। सीएम कैप्टन अमरिंदर ने ट्वीट में कहा है कि अमृतसर में हुए ब्लास्ट को देखते हुए मैं पंजाब के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। काफी मुश्किल से हासिल की गई शांति को हम आतंकी शक्तियों के हाथों बर्बाद नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम आतंकियों के मंसूबों को पंजाब में कामयाब नहीं होने देंगे।
इस बीच मामले की जांच के लिए देर रात राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की तीन सदस्यीय टीम भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। एनआईए ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी तरफ संदिग्ध ठिकानों पर पुलिस की टीमें हमलावरों की तलाश में छापे मार रही है। इसके साथ ही इस मामले को सुलझाने के लिए अलग-अलग ऐंगल पर कई टीमें काम कर रही हैं। बता दें कि अमृतसर के बाहरी इलाके में स्थित निरंकारी डेरे पर रविवार को हुए ग्रेनेड अटैक में 3 लोगों को मौत हो गई है, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं।