मंदसौर.
्रपश्चिमी विक्षोभ का असर जिले में भी शुक्रवार को देखा गया। शुक्रवार को अचानक से जिले में मौसम बदला और जिलेवासियों ने अलग-अलग मौसम देखा। मंदसौर, मल्हारगढ़ व दलोदा क्षेत्र में तापमान 33 डिग्री तक पहुंचने और तीखी धूप के कारण तेज गर्मी के कारण लोग खूब तपे और गर्मी ने परेशानी बढ़ाई तो वहीं चंबल पार सीतामऊ से लेकर शामगढ़, गरोठ, मेलखेड़ा व भैंसोदा क्षेत्र के कई ग्रामीण अंचल में दोपहर बाद अचानक से मौसम बदला ओर कही तेज तो कही रिमझिम बारिश हुई। बारिश के साथ मक्का के आकार के ओले भी गिरे। इस बार रबी सीजन में पहली बार ओलावृष्टि हुई। वर्तमान में जिले में फसल निकालने का क्रम चल रहा है। ऐसे में खेतों में कटी हुई फसल भीग गई तो किसानों को फसलों में कुछ नुकसान हुआ। इधर मंदसौर में गर्मी से लोगों को तपन का एहसास हुआ लेकिन देरशाम को मौसम बदला और हवाएं चलने लगी। मौसम के जानकारों की माने तो कुछ दिन बारिश व ओलावृष्टि का सिस्टम स्ट्रांग होने के कारण मौसम में बदलाव का दौर जारी रहेगा।
दो दिन में पांच डिग्री बढ़ा अधिकतम तापमान
वहीं जिले में लगातार तापमान के बढऩे का क्रम भी जारी है। दो दिन में मंदसौर में तापमान पांच डिग्री बढ़ गया। बुधवार को तापमान 28 था गुरुवार को 31 तक पहुंचा तो श्ुाक्रवार को तापमान 33 डिग्री रहा। अधिकतम तापमान बढऩे के कारण शुक्रवार को मंदसौर खूब तपा और पहली बार प्रचंड गर्मी का एहसास हुआ। इधर अधिकतम के साथ न्यूनतम तापमान के भी बढऩे का दौर जारी रहा। शुक्रवार को मंदसौर में अधिकतम तापमान 33 डिग्री तक पहुंच गया तो न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रहा। इसी के चलते अत्यधिक गर्मी लगी। वहीं शाम 7 बजे बाद हवाओं का दौर शुरु हुआ तो बिजली की कटौती हुई और गर्मी से लेागों को थोड़ी राहत मिली। मौसम के जानकारों की माने तो अभी दो से तीन दिन जिले में मौसम के बार-बार बदलने का यह क्रम जारी रहेगा तो अलग-अलग क्षेत्रों में बूंदाबादी से लेकर ओलावृष्टि भी हो सकती है। इसे लेकर सिस्टम स्ट्रांग हो रहा है।
सीतामऊ से लेकर भैंसोदा तक हुई बारिश
वहीं जिले में चंबल वाले क्षेत्र में ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। दोपहर बाद सीतामऊ में बारिश शुरु हुई तो भैंसोदा व बर्डिया अमरा, शामगढ़ के साथ मेलखेड़ा क्षेत्र में भी तेज हवाओं के साथ बारिश व कही बूंदाबादी तो कही तेज बारिश व ओलावृष्टि भी हुई। 15 से 20 मिनट तक बारिश व ओले गिरने का दौर भी जारी रहा। इससे खेतों में काम कर रहे किसान आनन-फानन में अपनी फसलों को बचाने में जुट गए। वहीं कटी हुई फसल भीग गई। किसानों ने बताया कि गेहूं में अधिक नुकसान नहीं है। इसके अलावा अन्य फसलों में नुकसान है। शुक्रवार को हुई बारिश में उन किसानों को नुकसान नहीं हुआ जिनकी फसल निकलकर घर आ चुकी है तो उन्हें नुकसान हुआ जिनक फसलें खेतों में खड़ी है तो कट चुकी है।
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