इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सुषमा के नाम दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी दर्ज है।
दिल का दौरा पड़ने से सुषमा स्वराज का निधन , बीजेपी में शोक की लहर
जीवन परिचय
सुषमा स्वराज का जन्म हरदेव शर्मा तथा श्रीमती लक्ष्मी देवी के घर हुआ था। उनके पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख सदस्य रहे थे। स्वराज का परिवार मूल रूप से लाहौर के धरमपुरा क्षेत्र का निवासी था, जो अब पाकिस्तान में है।
सुषमा ने सनातन धर्म कॉलेज से संस्कृत तथा राजनीति विज्ञान में स्नातक किया। 1970 में उन्हें अपने कालेज में सर्वश्रेष्ठ छात्रा के सम्मान से सम्मानित किया गया था। वे तीन साल तक लगातार एसडी कालेज छावनी की NCC की सर्वश्रेष्ठ कैडेट और तीन साल तक राज्य की श्रेष्ठ वक्ता भी चुनी गईं।
उन्हें पंजाब विश्वविद्यालय से भी 1973 में सर्वोच्च वक्ता का सम्मान मिला था। 1973 में ही स्वराज भारतीय सर्वोच्च न्यायलय में अधिवक्ता के पद पर कार्य करने लगी।
13 जुलाई 1975 को सुषमा स्वराज का विवाह स्वराज कौशल के साथ हुआ जो सर्वोच्च न्यायलय में उनके सहकर्मी और साथी अधिवक्ता थे।