खैरा के साथ मौड़ से आप के विधायक जगदेव सिंह कमालू और भदौड़ के आप विधायक पिरमल सिंह धौला ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया।
दरअसल पिछले दो वर्षों से अधिक समय से पंजाब कांग्रेस में कैप्टन और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच मतभेद चल रहे हैं। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव से पहले इन मनभेदों को खत्म करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने तीन सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया। इस कमेटी में सभी विधायकों के विचार और पक्ष जानने की कोशिश की जा रही है।
इस बीच कैप्टन के इस दांव ने पंजाब के राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि कैप्टन के इस दांव के बाद हाईकमान के आगे उनकी छवि और अच्छी बनेगी साथ ही पक्ष भी मजबूत होगा।
सीएम कैप्टन ने कहा कि खैरा और उनके साथियों की कांग्रेस पार्टी में जुड़ने से पार्टी और मजबूत हुई। यह भी पढ़ेंः ‘फेयरवेल करा दो, नेहा को साड़ी में देखना था’, CBSE Board Exam रद्द होने पर छात्र का पीएम मोदी से रिक्वेस्ट वाला ट्वीट हुआ वायरल खैरा को लाने का फायदा
माना जा रहा है कि खैरा की वापसी के साथ ही कैप्टन पार्टी में सिद्धू के मुकाबले का नेता खड़ा करना चाहते हैं। दरअसल सुखपाल खैरा अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। खैरा कपूरथला के भुलत्थ से विधायक हैं।
वे पहले कांग्रेस में ही थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामा।