विस्तारीकरण का काम 5 चरणों में किया जाएगा। सबसे पहले धूनीमाई के पास काम शुरू होगा। जो 2881 स्क्वेयर फीट है। यहां लगभग 20 खंभों से निर्माण होगा। दूसरे चरण में श्री छोटे दादाजी महाराज मंदिर का काम होगा। यह 3670 स्क्वेयर फीट है। वहीं तीसरे चरण में श्री बड़े दादाजी महाराज के बाजू में खाली जगह 3670 स्क्वेयर फीट पर काम किया जाएगा। चौथे चरण में श्री बड़े दादाजी मंदिर के पीछे खाली जगह में काम होगा। यह 2100 स्क्वेयर फीट है। वहीं विस्तारीकरण के आखिरी चरण में श्री बड़े दादाजी महाराज के मंदिर का काम होगा।
दादाजी धाम में तीन दिनी गुरुपूर्णिमा महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। यहां बड़े भंडार में चूल्हों की गोबर से लिपाई-छबाई की गई तो वहीं फ्लोरिंग को बदलने का काम भी शुरू कर दिया गया है। मंदिर निर्माण के लिए पत्थर भी तय हो गया है। गुरुपूर्णिमा से पहले यहां आने की संभावना है। मंदिर निर्माण को पांच चरणों में करने की कार्ययोजना तैयार हुई है। पहले चरण के तहत गंगाजल और नर्मदा जल भंडारगृह को शिफ्ट करने के लिए बड़ी धूनीमाई के पास में खाली जगह पर काम शुरू कर दिया गया है। बुधवार को यहां पर दीवार तोडऩे का काम हुआ। अस्थायी रूप से टीन शेड बनाया जाएगा, जिसमें पुराने गंगाजल व नर्मदा जल भंडारगृह जैसी सुविधा ही होगी। बता दें कि गुरुपूर्णिमा के बाद मंदिर विस्तारीकरण का काम होगा। उससे पहले ट्रस्ट द्वारा कुछ काम कराए जा रहे हैं। बता दें कि 10 जून को मंदिर में हुई बैठक में मंदिर में लगने वाले पत्थर के रंग व गुणवत्ता तय करने के लिए समिति बनाई गई थी, इस समिति ने राजस्थान जाकर पत्थर तय कर दिया है। मंदिर निर्माण के लिए दिसंबर-2017 में ट्रस्ट ने भूमिपूजन कराया था।
दादाजी धाम में गुरुपूर्णिमा की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। यहां इसी महीने राजस्थान के बंशी पहाड़पुर से पत्थर आ जाएगा। पहले चरण में बड़े दादाजी मंदिर के सामने धूनीमाई व आसपास 2881 वर्गफीट के निर्माण को अगली गुरुपूर्णिमा तक पूरा करने का लक्ष्य है।
सुभाष नागोरी, ट्रस्टी, दादाजी धाम