भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के बाद अब शिवसेना ( Shiv sena ) ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ( Sanjay Raut ) ने वीर सावरकर को लेकर की गई इस टिप्पणी की निंदा की है।
उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ( veer savarkar ) एक महान व्यक्ति थे और एक महान व्यक्ति ही बने रहेंगे।
राउत ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि एक वर्ग उनके खिलाफ बात करता रहता है, यह उनकी दूषित मानसिकता को दर्शाता है।
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आपको बता दें कि कांग्रेस सेवादल ( Congress Seva Dal ) की ओर से ‘वीर सावरकर कितने वीर’, नाम से टाइटल वाली किताब को भोपाल में आयोजित 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में बांटा गया था।
इस किताब में महात्मा गांधी की हत्या से लेकर नाथूराम गोडसे ( Nathuram Godse ) और वीर सावरकर ( veer savarkar ) के बारे में जिक्र किया गया है।
दरअसल, इस किताब में यह दावा किया गया है कि वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे समलैंगिंक थे और दोनों के बीच शारीरिक संबंध थे।
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दरअसल, कांग्रेस सेवादल की ओर से बांटी गई ‘वीर सावरकर कितने वीर’ किताब में कई सारी किताबों को हवाला दिया गया है।
जिसमें डॉमिनिक लैपिएर और लैरी कॉलिन की किताब ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ के हवाले से कहा गया कि ‘नाथूराम गोडसे के ब्रह्मचर्य धारण करने से पहले उनके शारीरिक संबंध की बात सामने आती है।
ब्यौरा मिलता है कि वह समलैंगिक संबंध में थे। इसबीच उनका पार्टनर कोई और नहीं, बल्कि वीर सावरकर थे।